इसी महीने दौड़ सकती है देश की पहली रैपिड रेल, ये है खासियतें, इनॉगरेशन के लिए PMO से किया गया संपर्क
![इसी महीने दौड़ सकती है देश की पहली रैपिड रेल, ये है खासियतें, इनॉगरेशन के लिए PMO से किया गया संपर्क](https://hindi.thevocalnews.com/static/c1e/client/109282/migrated/65bcc1e0b64520fe44ec80ff4413258b.jpg?width=730&height=420&resizemode=4)
देश की पहली रैपिड रेल और इसके पहले सेक्शन की शुरुआत इसी महीने कभी भी हो सकती है। इस प्रोजेक्ट का पहले हिस्से को शुरू करने के लिए कवायद जारी है। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन के अनुसार दिल्ली एनसीआर के रैपिड रेल कॉरिडोर की देखभाल करने वाली नोडल एजेंसी, 17 किमी के पहले खंड को इसी महीने शुरू कर सकती है। बताया जा रहा है कि मेरठ- दिल्ली रैपिड रेल के पहले फेज के उद्घाटन के लिए पीएमओ से संपर्क किया गया है। हालांकि अभी पीएमओ की ओर से उद्घाटन की कोई तारीख तय नहीं की गई है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इसी महीने में इसके पहले सेक्शन का उद्घाटन हो जाएगा।
ये है रैपिड रेल का पहला सेक्शन
रैपिड रेल का पहला सेक्शन गाजियाबाद के दुहाई से साहिबाबाद तक 17 किमी का है । इसमें 5 स्टेशन साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलघर, दुहाई और दुहाई डिपो हैं। दिल्ली से मेरठ तक का रूट 82 किमी का है, इसमें 14 किमी हिस्सा उत्तर प्रदेश में है, जबकि दिल्ली के सराय काले खां से मेरठ तक 25 स्टेशन हैं।
पहले चरण के बाद इस प्रोजेक्ट को दुहाई से मेरठ तक बढ़ाया जाएगा। मेरठ साउथ तक दूसरे चरण में कार्य होगा, तीसरे चरण में साहिबाबाद से दिल्ली के बीच कार्य पूरा होगा वर्ष 2025 में रैपिड रेल दिल्ली से मेरठ के बीच दौड़ती नजर आएगी। यह सफर महज 55 मिनट में पूरा हो जाएगा।
रैपिड रेल की ये हैं खासियतें
- आरआरटीएस ट्रेन के डिब्बों में बैठने के लिए आमने-सामने 2 गुणित2 सीटें होंगी। यात्री खड़े होकर भी सफर कर सकेंगे।
- ऑटोमेटिक प्लग-इन दरवाजों के अलावा रैपिड रेल में जरूरत के आधार पर चुनिंदा दरवाजों को खोलने के लिए पुश बटन होंगे।
- हर स्टेशन पर सभी दरवाजे खोलने की जरूरत नहीं होगी। आरआरटीएस ट्रेनों में विशाल, आरामदायक और झुकी हुई सीटें होंगी।
- हर ट्रेन में एक डिब्बा महिलाओं के लिए रिजर्व रहेगा।
- प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (पीएसडी) लगाए जाएंगे।
- ट्रेनों के दरवाजों को इस पीएसडी बीच से जोड़ा जाएगा। ऐसा होने से यात्रियों के पटरी पर गिरने जैसी दुर्घटनाओं को पूरी तरह खत्म किया जा सकेगा।
ये भी पढ़ें- खुशखबरी! यहां कुंवारों को पेंशन देगी सरकार, ऐसा करने वाला देश का पहला होगा ये राज्य