दिल्ली-NCR में तेज आंधी, बारिश और ओलों से तबाही, IMD ने जारी किया अगला 5 दिन का अलर्ट

नई दिल्ली। बुधवार, 21 मई की रात दिल्ली-NCR में अचानक बदले मौसम ने जहां गर्मी और प्रदूषण से राहत दी, वहीं तबाही भी मचा दी। तेज आंधी, मूसलाधार बारिश और ओलावृष्टि के चलते कई स्थानों पर पेड़, खंभे और होर्डिंग गिर गए। ग्रेटर नोएडा में एक दर्दनाक हादसे में एक महिला की मौत हो गई जब ऊंचाई से गिरी लोहे की ग्रिल ने उसका सिर धड़ से अलग कर दिया। कई इलाकों में गाड़ियों को नुकसान हुआ है। भारत मौसम विभाग (IMD) ने अगले पांच दिनों के लिए विशेष मौसम चेतावनी जारी की है। आइए जानते हैं कैसा रहेगा देश के अलग-अलग हिस्सों में मौसम का मिजाज:
पश्चिमी तटीय राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, महाराष्ट्र, कोंकण, गोवा, तटीय आंध्र प्रदेश और केरल में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही पूर्वी और मध्य भारत में तेज बारिश के साथ वज्रपात, धूलभरी आंधी और तूफान के आसार हैं।
उत्तर-पश्चिम भारत में हीटवेव का खतरा
IMD ने कई राज्यों के लिए मल्टी हैज़र्ड वॉर्निंग जारी की है। खासकर उत्तर-पश्चिमी भारत—दिल्ली, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और जम्मू-कश्मीर में भीषण लू और गर्म हवाओं का प्रकोप रहेगा। इन इलाकों में 'वॉर्म नाइट' की चेतावनी भी दी गई है, जिससे रात के समय भी गर्मी से राहत नहीं मिलेगी।
इस बार मई में लू का पहला व्यापक असर
हालांकि मई परंपरागत रूप से सबसे गर्म महीना होता है, लेकिन इस बार पश्चिमी विक्षोभों के कारण गर्मी अपेक्षाकृत कम थी। अब पहली बार पूरे उत्तर-पश्चिम भारत में भीषण लू का व्यापक प्रभाव देखने को मिलेगा।
तेज हवाएं और तूफान भी परेशान करेंगे
पश्चिमी राजस्थान और जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं और धूलभरी आंधी चल सकती है। इन इलाकों में वज्रपात की संभावना भी बनी हुई है।
तापमान में गिरावट की संभावना
IMD का अनुमान है कि अगले तीन दिनों में तापमान में कोई तेज वृद्धि नहीं होगी। इसके विपरीत, उत्तर-पश्चिम भारत और मध्य भारत में अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है।
मौसम में अस्थिरता क्यों?
IMD के अनुसार, अरब सागर के ऊपर एक ऊपरी चक्रवाती परिसंचरण, उत्तरी कर्नाटक और गोवा के तटीय इलाकों पर बना है। साथ ही एक ट्रफ रेखा उत्तर कर्नाटक से आंध्र प्रदेश तक फैली है, जिससे दक्षिण और पूर्वी भारत में भारी बारिश हो रही है।
मानसून पहले देगा दस्तक
मौसम विभाग ने मानसून के आगमन की तिथि में बदलाव किया है। पहले अनुमान था कि मानसून 31 मई से 1 जून के बीच केरल पहुंचेगा, लेकिन अब यह 24-25 मई को ही दस्तक दे सकता है। इसका असर महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पूर्वोत्तर भारत में भी दिखेगा।