Delhi में प्रदूषण का कहर जारी, AQI गंभीर श्रेणी में, GRAP चरण-III लागू
Delhi में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार खतरनाक बना हुआ है। आज सुबह 7 बजे तक, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 421 पर दर्ज किया गया, जो गंभीर श्रेणी में आता है।
दिल्ली के 39 निगरानी स्टेशनों में से 28 स्टेशनों का AQI गंभीर या अत्यधिक गंभीर श्रेणी में है। शांत हवा की गति और प्रदूषकों के कम फैलाव को वायु गुणवत्ता में गिरावट का मुख्य कारण माना जा रहा है।
AQI के स्तर का अर्थ
0-50: अच्छा
51-100: संतोषजनक
101-200: मध्यम
201-300: खराब
301-400: बहुत खराब
401-500: गंभीर
गंभीर श्रेणी का AQI सांस संबंधी बीमारियों का कारण बन सकता है और पहले से अस्थमा जैसी बीमारियों से ग्रस्त लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
GRAP का चरण-III लागू
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण नियंत्रण के लिए ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का चरण-III 15 नवंबर, 2024 से लागू हो चुका है। इसके तहत कई सख्त नियम लागू किए गए हैं:
सड़कों की सफाई की फ्रीक्वेंसी बढ़ाई जाएगी।
भीड़भाड़ वाले इलाकों में जल का छिड़काव किया जाएगा।
सार्वजनिक परिवहन सेवाएं बढ़ाई जाएंगी, दिल्ली मेट्रो की फ्रीक्वेंसी बढ़ाई जाएगी।
निर्माण और तोड़फोड़ के कामों पर प्रतिबंध लगाया गया है।
स्टोन क्रशर का संचालन बंद रहेगा।
बीएस-III पेट्रोल और बीएस-IV डीजल वाहनों पर सख्त रोक।
अंतरराज्यीय बसों को दिल्ली में प्रवेश पर प्रतिबंध।
कक्षा 5 तक के स्कूलों को ऑनलाइन मोड में चलाने का आदेश।
स्वास्थ्य के लिए सावधानियां
घर से बाहर निकलने पर मास्क पहनें।
आंखों को एलर्जी से बचाने के लिए चश्मे का इस्तेमाल करें।
बच्चों और बुजुर्गों को घर से बाहर न निकलने दें।
मॉर्निंग और इवनिंग वॉक बंद करें।
घर में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें।
दिल्ली के लिए राहत कब?
दिल्ली में प्रदूषण से राहत कब मिलेगी, यह सवाल अभी बना हुआ है। प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए GRAP के तहत सख्त कदम उठाए गए हैं, लेकिन हालात में सुधार के लिए नागरिकों को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।