Delta Plus वेरिएंट ने इन तीन राज्यों में फैलाए पैर, जानिए कितना खतरनाक है यह संक्रमण
कोरोना वायरस (Coronnavirus) के बाद अब डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus Variant) ने लोगों को एक बार फिर से चिंता में डाल दिया है. कोरोना वायरस का नया रूप डेल्टा प्लस वेरिएंट ने तीन राज्यों में अपने पैर फैला लिए हैं. जिसमें महाराष्ट्र, केरल औऱ मध्य प्रदेश शामिल है. वहीं सरकार ने जानकारी देते हुए बताया है कि इन तीन राज्यों में इस वेरिएंट के अब तक 40 मामले सामने आए हैं. वहीं सरकार ने स्पष्ट किया कि डेल्टा प्लस एक 'चिंता का रूप' बना हुआ है.
भारत सरकार द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक डेल्टा प्लस (Delta plus) वेरिएंट छिटपुट रूप से महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश में देखा गया है. इन तीन राज्यों में अब तक लगभग 40 मामलों की पहचान की गई है और व्यापकता में कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं हुई है. सरकार का कहना है कि इन राज्यों ने निगरानी, सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को मजबूत करने की सलाह दी गई है.
वहीं महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया है कि मैंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामलों की बारीकी से निगरानी की जाए. इन मामलों के बारे में जानकारी एकत्र की जानी चाहिए और अध्ययन के लिए दर्ज की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि हम हर जिले से 100 सैंपल ले रहे हैं.
कितना खतरनाक है डेल्टा प्लस वेरिएंट?
आपको बता दें कि डेल्टा वेरिएंट के बाद अब डेल्टा प्लस वेरिएंट ने स्वास्थ्य मंत्रालय की चिंता बढ़ा दी है. इसको लेकर भारत के शीर्ष विषाणु विज्ञानी और इंडियन सार्स-कोव-2 जीनोम सिक्वेंसिंग कंसोर्टियम के पूर्व सदस्य प्रोफेसर शाहिद जमील का कहना है कि यह वेरिएंट वैक्सीन और इम्युनिटी दोनों को चकमा दे सकता है. उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि डेल्टा प्लस में वो सारे लक्षण हैं जो डेल्टा वेरिएंट में थे. फिर उन्होंने कहा कि 41एन नाम का म्यूटेशन है जो दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था इस वेरिएंट के लक्षण इससे मिलते हैं.
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