इस गांव में बारिश के बाद जमीन से निकलते हैं हीरे, जानिए क्या है इसका रहस्य

कुरनूल (आंध्र प्रदेश): देश में जहां मानसून का इंतजार किसान फसलों की बुवाई के लिए करते हैं, वहीं आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में बारिश के आते ही हजारों लोग हीरा खोजने निकल पड़ते हैं। यह सुनने में भले ही फिल्मी लगे, लेकिन यह सच्चाई है कि बारिश के मौसम में कुरनूल के कुछ इलाकों में मिट्टी की परत हटते ही जमीन से कीमती पत्थर मिलने लगते हैं।
हाल ही में एक महिला को 17 लाख रुपये का हीरा मिलने की खबर ने इलाके में खलबली मचा दी थी। इसके बाद आस-पास के हजारों ग्रामीण और बाहरी लोग अपनी किस्मत आजमाने खेतों में जुट गए।
हीरों की तलाश का रहस्य क्या है?
यह चमत्कारी घटना दरअसल कुरनूल जिले की खनिज संपदा से जुड़ी है। यहां मौजूद किम्बरलाइट और लैम्प्रोइट चट्टानें हीरे की उपस्थिति का संकेत देती हैं। बरसात के बाद जब पानी मिट्टी की ऊपरी परत को साफ करता है, तो ये कीमती पत्थर अक्सर सतह पर दिखाई देने लगते हैं।
हर साल मानसून आते ही, न सिर्फ कुरनूल के लोग बल्कि अनंतपुर और आस-पास के जिलों से भी हजारों लोग अस्थायी तौर पर इन क्षेत्रों में पहुंचते हैं और दिनभर हाथों से मिट्टी हटाकर हीरे खोजते हैं।
लोगों का मानना है कि हीरे खासकर शाम के समय सूरज की किरणों में चमकते हैं, जिससे उन्हें पहचानना आसान हो जाता है।
क्या आसमान से गिरते हैं हीरे?
यह धारणा पूरी तरह से गलत है कि हीरे आसमान से गिरते हैं। यह विज्ञान के दृष्टिकोण से असंभव है। Geological Survey of India (GSI) की मानें तो कुरनूल और अनंतपुर जिलों में पाई जाने वाली खास चट्टानें ही हीरे की संभावनाएं पैदा करती हैं। यानी जो भी कीमती पत्थर मिलते हैं, वो सदियों पुराने भूगर्भीय बदलावों का परिणाम होते हैं, ना कि किसी “हीरा-वर्षा” का।