IndiaMart के फाउंडर दिनेश अग्रवाल की कहानी: कानपुर से सिलिकॉन वैली और फिर भारत वापसी तक का सफर

 
IndiaMart के फाउंडर दिनेश अग्रवाल की कहानी: कानपुर से सिलिकॉन वैली और फिर भारत वापसी तक का सफर

जब भी आप "ठग्गू के लड्डू" और "कट्टा" जैसी अनोखी चीज़ों का ज़िक्र करते हैं, तो कानपुर का नाम खुद-ब-खुद ज़हन में आ जाता है। मगर इस शहर ने सिर्फ ज़ायकों और जुबान की पहचान नहीं बनाई, बल्कि बिजनेस की दुनिया को भी कई चमकते सितारे दिए हैं। इन्हीं में से एक हैं दिनेश अग्रवाल, जिनका नाम भले ही आम लोगों के लिए नया हो, मगर उनकी कंपनी IndiaMart आज हर छोटे-बड़े व्यापारी की ज़रूरत बन चुकी है।

कानपुर से टेक्नोलॉजी की पढ़ाई और फिर अमेरिका की नौकरी

दिनेश अग्रवाल का जन्म 19 फरवरी 1969 को उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुआ। उन्होंने हारकोर्ट बटलर टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट (HBTI) से कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की और करियर की शुरुआत CMC कंपनी से की। इसके बाद उन्हें देश के टेक रेवोल्यूशनिस्ट सैम पित्रोदा की टीम में काम करने का मौका मिला।

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1992 में दिनेश अमेरिका चले गए और एचसीएल टेक्नोलॉजीज में एक अहम भूमिका निभाई। लेकिन दिल तो अब भी भारत में था, और यही वजह रही कि साल 1995 में इंटरनेट की शुरुआत के दौर में, उन्होंने अमेरिका की नौकरी छोड़कर भारत लौटने का फैसला कर लिया।

IndiaMart: भारत का डिजिटल बाज़ार

भारत लौटे तो भविष्य को लेकर कोई पक्की योजना नहीं थी, लेकिन इंटरनेट की शुरुआत को उन्होंने एक मौके के रूप में देखा। उनका विचार था कि देश में बिजनेस के लिए एक ऐसा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म हो, जहां विक्रेता और खरीदार एक साथ आ सकें।

हालांकि सरकार से मंजूरी नहीं मिली, फिर भी दिनेश ने हार नहीं मानी। उन्होंने एक फ्री लिस्टिंग फॉर्म तैयार कर सारे छोटे व्यापारियों को भेजा और उनकी जानकारी इकट्ठा कर खरीदारों को देना शुरू कर दिया। यहीं से IndiaMart की नींव पड़ी, जिसका टैगलाइन था – “The Global Gateway to Indian Marketplace”

B2B से लेकर B2C तक का सफर

शुरुआत में IndiaMart ने केवल एक्सपोर्ट करने वाले व्यापारियों पर फोकस किया। दिनेश खुद व्यापारियों की फ्री लिस्टिंग करते थे, जिससे इंटरनेशनल मार्केट में उन्हें पहचान मिले।

IndiaMart का ऑनलाइन-ऑफलाइन हाइब्रिड मॉडल तेज़ी से पॉपुलर हुआ, लेकिन साल 2008 की वैश्विक मंदी ने एक्सपोर्ट बिजनेस को धीमा कर दिया। ऐसे में उनके चचेरे भाई बृजेश अग्रवाल कंपनी से जुड़े और IndiaMart ने देश में B2B (बिजनेस टू बिजनेस) मार्केटप्लेस के रूप में खुद को स्थापित किया।

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