ढाबे से पकड़ा गया धर्मू, प्रयागराज से मनु की गिरफ्तारी, दीनू गैंग में हड़कंप

दीनू उपाध्याय गैंग के खिलाफ कानपुर पुलिस का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। गुरुवार को प्रयागराज से मनु उपाध्याय, और फतेहपुर के ढाबे से धर्मेंद्र सिंह उर्फ धर्मू की गिरफ्तारी के बाद गैंग के कई अहम सदस्य सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं।
धर्मू को पुलिस ने तब गिरफ्तार किया जब वह इलाहाबाद हाईकोर्ट से लौटते वक्त ढाबे पर भोजन के लिए रुका था। सर्विलांस पर लगे मोबाइल नंबरों से मिले इनपुट के आधार पर यह कार्रवाई की गई।
सर्विलांस से मिली अहम जानकारी
पुलिस को लंबे समय से फरार धर्मू की तलाश थी, जो लगातार कानून की आंखों में धूल झोंकता रहा। जब पुलिस को सफलता नहीं मिली तो उसके दोस्तों के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर डाल दिया गया। धर्मू इसी माध्यम से दीनू गैंग के संपर्क में था।
हाईकोर्ट से लौटते वक्त धराया धर्मू
गुरुवार को प्रयागराज से लौटते वक्त जब धर्मू ने अपनी टीम से अग्रिम जमानत की उम्मीद जताई, तभी फतेहपुर के ढाबे पर रुकने का प्लान बना। इनपुट मिलते ही पुलिस ने घेराबंदी कर उसे धर दबोचा।
25-25 हजार के इनामी चार वकील
कमिश्नरेट पुलिस ने धर्मू, अरिदमन सिंह, स्रोत गुप्ता और अनूप शुक्ला पर ₹25,000 का इनाम घोषित किया है। DCP सेंट्रल श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तारी तय है और जल्द ही कुर्की की कार्रवाई भी शुरू की जा सकती है।
मनु उपाध्याय को प्रयागराज से उठाया
गुरुवार को ही पुलिस ने प्रयागराज में हाईकोर्ट की परिक्रमा कर रहे मनु उपाध्याय को गिरफ्तार किया। मनु के खिलाफ लखनऊ और कानपुर में 11 से अधिक एफआईआर दर्ज हैं। उसे ट्रांजिट रिमांड पर लाकर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
गर्लफ्रेंड के घर के बाहर मारपीट का मामला
पुलिस डायरी के अनुसार, 14 मई को मनु लखनऊ में अपनी गर्लफ्रेंड अंशिका श्रीवास्तव के घर गया था, जहां उसने स्कूटी खड़ी करने को लेकर हुए विवाद में महिला और उसकी सहेलियों से मारपीट की और कार से कुचलने का प्रयास किया। इस मामले में मनु, उसकी गर्लफ्रेंड और दोस्त आतिफ के खिलाफ गोमतीनगर विस्तार थाने में रिपोर्ट दर्ज है।