शर्मनाक! पूर्व केंद्रीय मंत्री ए राजा के बिगड़े बोल, सनातन धर्म को बताया HIV-कोढ़ जैसा
शर्मनाक! पूर्व केंद्रीय मंत्री ए राजा के बिगड़े बोल, सनातन धर्म को बताया HIV-कोढ़ जैसा
Sanatana Dharma: तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म को लेकर की गई टिप्पणी के बाद विवाद थमा नहीं कि ताजा टिप्पणी पूर्व केंद्रीय मंत्री ए राजा की है। इसमें उन्होंने कथित रूप से एक सभा में सनातन धर्म को एचआईवी (एड्स) और कोढ़ जैसा बता दिया। राजा के बयान को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अपमानजनक करार दिया। ए राजा के खिलाफ दिल्ली पुलिस को शिकायत की गई है।
#WATCH | Chennai: DMK's A Raja says, "I am prepared to give answers for all cabinet ministers if the Prime Minister convenes the meeting and let them permit me. I will explain which one is 'Sanatana Dharma' thereafter you decide..." pic.twitter.com/N30R2VPbWl
— ANI (@ANI) September 6, 2023
सनातन विरोधी बयान पर उदयनिधि की सफाई
तमिलनाडु CM एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने चेन्नई में 2 सितंबर को एक कार्यक्रम में सनातन धर्म के खिलाफ बयान दिया था। 4 दिन बाद 7 सितंबर को उन्होंने पहली बार सफाई दी। उन्होंने कहा, 'मैं किसी भी धर्म का दुश्मन नहीं हूं। मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया।' उदयनिधि ने गुरुवार को 4 पेज के स्टेटमेंट में अपनी बातों को साफ किया। इसी के साथ उदयनिधि के पिता एमके स्टालिन ने बेटे का बचाव किया। स्टालिन ने सोशल मीडिया पर बयान पोस्ट किया - भाजपा ने झूठी कहानी फैलाई है। पीएम ने भी बिना सच जाने इस पर कमेंट किया। दरअसल, बुधवार 6 सितंबर को मंत्रिपरिषद की एक बैठक में पीएम ने सभी मंत्रियों को सनातन विवाद पर सख्त जवाब देने की बात कही थी।
CM स्टालिन बोले ने किया बेटे का बचाव
बेटे उदयनिधि स्टालिन के सनातन वाले बयान पर पिता स्टालिन बोले उनके बेटे ने सनातन सिद्धांतों पर अपने विचार व्यक्त किए जो अनुसूचित जाति, जनजातियों और महिलाओं के खिलाफ भेदभाव करते हैं, उनका किसी भी धर्म या धार्मिक मान्यताओं को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था।
पीएम मोदी ने कहा था उचित जवाब देने की जरूरत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म को लेकर की गई टिप्पणी पर पहली बार प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि उचित प्रतिक्रिया की जरूरत है। पीएम मोदी ने केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में कहा कि इस मुद्दे का जवाब तथ्यों के आधार पर दिया जाना चाहिए। उन्होंने 'इंडिया' और 'भारत' को लेकर भी स्पष्ट निर्देश दिए कि जो लोग भी इसके लिए अधिकृत हैं, सिर्फ वे ही इस मसले पर बयान दें।