नवरात्रि के दिनों में भूलकर भी ना करें यह काम
हिंदू धर्म में नवरात्रि मां दुर्गा की साधना के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जाते हैं. नवरात्रि का पर्व साल में दो बार आता है, चैत्र और आश्विन माह में. यह पर्व पूरे भारत में मनाया जाता है. नवरात्र संस्कृत का शब्द है, जिसका अर्थ 'नौ रातें' होता है. नवरात्र की नौ रातों में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है. जिन्हें नवदुर्गा कहा जाता है. नवरात्रि भारत के अनेक स्थानों पर अलग-अलग ढंग से मनाई जाती है, लेकिन हर जगह इन दिनों व्रत रखने का खास महत्व होता है. भक्त व्रत का संकल्प करके, कलश की स्थापना करते हैं. उसके बाद अष्टमी या नवमी के दिन कुंवारी कन्याओं को भोजन करवाते हैं.
नवरात्रि व्रत के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
नवरात्र के 9 दिन तक व्रत रखने के लिए धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है.
-व्रत के दौरान किसी भी कन्या का दिल नहीं दुखाना चाहिए, क्योंकि कन्याओं को मां दुर्गा का रूप माना जाता है.
-नवरात्रि के दिनों में घर को खाली नहीं छोड़ना चाहिए. घर पर ही रह कर व्रत करना चाहिए.
-इन दिनों दिन में सोना वर्जित होता है.
-व्रत के दिनों में लड़ाई-झगड़ा, चुगली, कलह से बचना चाहिए.
-धार्मिक बातों में मन लगाना अच्छा होता है. दिन में दुर्गा चालीसा का पाठ कर सकते हैं.
-प्याज लहसुन मांस मदिरा का सेवन बिल्कुल भी ना करें.
-कामवासना पर नियंत्रण रखना अति आवश्यक है. इन दिनों शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए.
-बेचने वाले व्यक्ति को अनाज और नमक का सेवन करना वर्जित है.
-उपवास करने वाले व्यक्ति को दाढ़ी, मूंछ, बाल, नाखून नहीं काटने चाहिए. साथ ही बालों में तेल के प्रयोग से भी बचना चाहिए.
-गुटखा, तंबाकू का सेवन ना करें.
-व्रत के 9 दिन तक साफ-सुथरे कपड़े ही उपयोग में ले. काले, नीले कपड़े बिल्कुल ना पहने. चमड़े की किसी भी वस्तु का इस्तेमाल ना करें.
व्रत में करें यह काम
-ब्रह्म मुहूर्त में उठकर, स्नान करें. फिर मां दुर्गा की पूजा अर्चना करें.
-देवियों के अनुरूप ही उन्हें पुष्प अर्पित करें और भोग लगाएं.
-9 दिनों तक गायत्री मंत्र का जाप करें
-खाली में कूटू का आटा, सिंघाड़े का आटा, साबूदाना, सेंधा नमक, फल, आलू, मेवे, मूंगफली का सेवन कर सकते हैं,
-व्रत में फलहार एक ही जगह पर करना चाहिए.
उपयुक्त बातों का ध्यान रखने से मां दुर्गा अति प्रसन्न हो जाती हैं.
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