Easy Visa Education घोटाला: जालंधर में वीजा धोखाधड़ी पर ED की बड़ी कार्रवाई

Easy Visa Education कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड और तीन अन्य वीज़ा कंसल्टेंसी कंपनियों पर इमिग्रेशन धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को लेकर जांच तेज हो गई है। जालंधर पुलिस ने ईज़ी वीज़ा एजुकेशन पर FIR संख्या 009 दर्ज की है, जबकि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने लुधियाना और चंडीगढ़ में छापेमारी की और फर्जी वीज़ा प्रोसेसिंग से जुड़े वित्तीय घोटालों की जांच कर रही है।
ईज़ी वीज़ा एजुकेशन और कक्कड़ परिवार के खिलाफ FIR दर्ज
जालंधर पुलिस कमिश्नरेट ने लुधियाना निवासी हरविंदर सिंह की शिकायत पर यह जांच शुरू की। उन्होंने आरोप लगाया कि ईज़ी वीज़ा एजुकेशन ने बड़ी रकम लेकर वीज़ा प्रोसेसिंग का वादा किया था, लेकिन सेवाएं प्रदान नहीं की।
आरोपी व्यक्तियों की सूची
अमित कक्कड़
स्वाति कक्कड़
रवि कक्कड़
शिवांग शर्मा
रॉबिन तलवार
यह धोखाधड़ी 15 दिसंबर 2023 से 30 जून 2024 के बीच जालंधर स्थित वसल टॉवर ऑफिस में हुई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ निम्नलिखित धाराओं के तहत केस दर्ज किया है:
IPC धारा 420 (धोखाधड़ी)
IPC धारा 406 (आपराधिक विश्वासघात)
पंजाब ट्रैवल प्रोफेशनल्स (रेगुलेशन) एक्ट, 2014 – धारा 13
इस मामले की जांच सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) सिरिवेनेला, IPS कर रहे हैं। इसमें गिरफ्तारी, संपत्तियों की जब्ती और पीड़ितों को वित्तीय हानि की भरपाई जैसी कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने वीज़ा फर्मों पर की छापेमारी
इस कार्रवाई के तहत ED ने मंगलवार को लुधियाना और चंडीगढ़ में छापेमारी की, जहां कई वीज़ा कंसल्टेंसी फर्मों पर इमिग्रेशन धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने का आरोप है। जांच के घेरे में आने वाली कंपनियों में शामिल हैं:
रेड लीफ इमिग्रेशन प्राइवेट लिमिटेड
ओवरसीज पार्टनर एजुकेशन कंसल्टेंट्स
इन्फोविज़ सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन
ED की छापेमारी में बरामद सामग्री
₹19 लाख नकद
इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और अन्य दस्तावेज
फर्जी शैक्षिक प्रमाणपत्र और अनुभव पत्र
यह कार्रवाई पंजाब और दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज कई FIRs और अमेरिकी दूतावास के ओवरसीज क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन कार्यालय की शिकायत के आधार पर की गई।
फर्मों पर लगे आरोप
प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अनुसार, इन कंपनियों पर निम्नलिखित गड़बड़ियों के आरोप हैं:
फर्जी शैक्षिक प्रमाणपत्र और अनुभव पत्र तैयार करना, जिससे वीज़ा आवेदकों को अमेरिकी इमिग्रेशन प्रक्रिया में गड़बड़ी करने में मदद मिले।
आवेदकों के खातों में फर्जी फंड ट्रांसफर कर आर्थिक रूप से स्थिरता का झूठा सबूत प्रस्तुत करना।
वीज़ा प्रक्रिया में हेरफेर करने के लिए मोटी कमीशन राशि वसूलना।
धोखाधड़ी से अर्जित राशि का संपत्तियों में निवेश करना और इसे कई बैंक खातों में डायवर्ट करना।
ED ने जांच तेज कर दी है और आने वाले दिनों में और कानूनी कार्रवाई की संभावना है।
पंजाब में इमिग्रेशन धोखाधड़ी पर बढ़ती कार्रवाई
यह जांच पंजाब में बढ़ते वीज़ा धोखाधड़ी के मामलों को उजागर करती है, जहां बड़ी संख्या में लोग विदेश जाने की इच्छा रखते हैं। हाल ही में, कई भारतीयों को अमेरिका से निर्वासित किया गया है, जिसके बाद इमिग्रेशन प्रक्रियाओं को लेकर कड़े नियम लागू किए गए हैं।