देहरादून में मंदिरो के बाहर हिंदू युवा वाहिनी ने लगाए विवादित बैनर लिखा 'मंदिर में गैर-हिंदुओ का प्रवेश वर्जित'
हिन्दू युवा वाहिनी (Hindu Yuva Vahini) ने राज्य के अनेक मंदिरों में बैनर फ्लैक्स लगाकर गैर हिंदुओं का प्रवेश करने की मुहिम शुरू की है. रविवार को कई मंदिरों के बाहर ऐसे बैनर लगाए गए. हिन्दू युवा वाहिनी प्रदेश अध्यक्ष गोविंद वाधवा ने बताया कि हिन्दू युवा वाहिनी प्रदेश महासचिव जीतू रन्धावा के नेतृत्व में पूरे राज्य में अनेक जगह मंदिरों, देवालयों को विधर्मियों से बचाने के लिये अभियान शुरू किया गया है.
देहरादून के डोईवाला, सेलाकुई, प्रेमनगर समेत अन्य इलाकों में करीब पचास मंदिरों में ये बैनर लगाए गए. जिसमें मन्दिरों के बहार फलैक्स बोर्ड लगाकर सूचना लिखी गई है. यह मन्दिर हिन्दू समाज का पवित्र स्थल है इसमें गैर हिन्दुओं का प्रवेश वर्जित है.
वहीं, देहरादून में मंदिर के बाहर लगाए गए विवादित बैनर के मामले में पुलिस ने धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में हिंदु युवा वाहिनी के प्रदेश महासचिव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. मामला घंटाघर स्थित प्राचीन शिव मंदिर का है. यहां पर कुछ दिन पहले एक बैनर लगाया गया था. जानकारी के अनुसार, यहा बैनर देहरादून के करीब 150 से ज्यादा मंदिरों में लगाए ग्ए थे. इस पर लिखा था कि यह तीर्थ हिंदुओं का है और यहां पर किसी गैर हिंदू का आना प्रतिबंधित है. शहर के मंदिरों में बैनर लगे तो मामले ने तूल पकड़ लेिया. रविवार को लोगों ने इसकी शिकायत पुलिस से की.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले में जांच की गई. जांच में पाया गया कि बैनर पर एक मोबाइल नंबर भी लिखा हुआ है. यह मोबाइल नंबर किसी जीतू रंधावा के नाम पर है. ऐसे में जीतू रंधावा जो कि हिंदु युवा वाहिनी का प्रदेश महासचिव है उसके खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले में विवेचना शुरू कर दी है.
वाधवा ने कहा हिन्दू समाज को संगठित होकर अपनी ताकत दिखानी होगी, धर्म और समाज की रक्षा के लिये स्वयं आगे आना होगा. सब कुछ सरकार के भरोसे नही छोड़ा जा सकता. कहा कि, हमारे मन्दिर विधर्मियों से अपवित्र ना हों और समाज की बहू बेटियां मन्दिरों में पूजा अर्चना के लिये बैखोफ आ सके. इसके लिये हिन्दू वाहिनी हर सम्भव प्रयास करती रहेगी. बैनर लगाने को लेकर कुछेक मंदिरों में समिति के लोगों को टोका गया?
इस सवाल पर वाधवा ने कहा कि सभी मन्दिर समितियों को साथ लेकर सनातन धर्म की संस्कृति को आगे बढाने का प्रयास किया जा रहा है.
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