10 अप्रैल को केएमपी एक्सप्रेसवे जाम करेंगे किसान: संयुक्त किसान मोर्चा का एलान
नए कृषि अध्यादेशों को लेकर किसानों और सरकार के बीच में जारी गतिरोध अभी टूटता दिखाई नहीं दे रहा है. तीनों कानून वापस लेने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून बनाने की जिद पर अड़े किसान बिना मांगें माने पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. अब संयुक्त किसान मोर्चा ने बुधवार को ऐलान किया है कि आंदोलनकारी किसान 10 अप्रैल को 24 घंटे के लिए कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे को जाम करेंगे. साथ ही आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को सम्मानित करने का एक कार्यक्रम 6 मई को आयोजित किया जाएगा.
संयुक्त किसान मोर्चा ने मई में संसद मार्च की भी घोषणा करते हुए बताया है कि किसानों और मजदूरों के अलावा, महिलाएं, दलित-आदिवासी-बहुजन, बेरोजगार युवा और समाज का हर वर्ग इस मार्च का हिस्सा लेंगे. साथ ही दावा किया गया है कि आंदोलनकारी किसानों का यह कार्यक्रम पूरी तरह से शांतिपूर्ण होगा. किसान मोर्चा ने बताया कि जल्द ही संसद मार्च की तिथि को भी घोषित जाएगा.
किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा मार्च शांतिपूर्ण तरीके से किया जाएगा और इस बात का विशेष ध्यान रखा जाएगा. ताकि 26 जनवरी को जो हुआ, वह दोहराया नहीं जाए. संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने कहा कि लोग अपने वाहनों में अपने गांव से दिल्ली की सीमाओं तक आएंगे. इसके बाद दिल्ली की सीमाओं से एक पैदल मार्च किया जाएगा.
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