Flipkart की iPhone GOAT Sale बना 'महाघोटाला': न स्टॉक, न डिलीवरी, हज़ारों ग्राहक ठगे गए
नई दिल्ली | 20 जुलाई 2025, देश की सबसे बड़ी ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी Flipkart पर अब बड़े पैमाने पर ऑनलाइन धोखाधड़ी का आरोप लग रहा है। कंपनी की बहुप्रचारित GOAT Sale (Greatest of All Time) के तहत भारी छूट पर iPhone बेचने का वादा किया गया, लेकिन हज़ारों ग्राहकों का दावा है कि ये पूरा अभियान एक पूर्व नियोजित धोखा था।
GOAT Sale या Great Online Advertising Trap?
Flipkart ने iPhone 13, 14 और 15 पर भारी छूट का विज्ञापन किया — कुछ मॉडलों पर ₹25,000 से ₹30,000 तक की कटौती दिखाई गई। जाहिर है, ग्राहक टूट पड़े। लेकिन जिन लोगों ने ये ऑर्डर किए, उनके साथ जो हुआ, वह न सिर्फ शर्मनाक है बल्कि ई-कॉमर्स पर से भरोसा हिलाने वाला है।
पूरा पैटर्न धोखाधड़ी जैसा दिखता है:
ग्राहक ने iPhone का ऑर्डर दिया, पेमेंट पूरा किया
ऑर्डर कन्फर्म हुआ, ट्रैकिंग लिंक मिला
पहले कुछ दिन 'Preparing for Dispatch' और 'In Transit' का नाटक चला
फिर डिलीवरी डेट हर दो दिन में बदलती रही
असलियत? Flipkart के पास स्टॉक था ही नहीं!
काल्पनिक ग्राहक अनुभव: "56,000 रुपये दिए, लेकिन फोन नहीं मिला, न रिफंड"
भोपाल निवासी अर्पित गुप्ता का अनुभव इस घोटाले का क्लासिक उदाहरण है:
“मैंने 8 जुलाई को Flipkart से ₹56,000 में iPhone 14 ऑर्डर किया। बताया गया कि 13 जुलाई को डिलीवर होगा, लेकिन डेट हर दो दिन में आगे बढ़ती रही। कस्टमर केयर से पूछा तो कोई जवाब नहीं मिला। फिर एक एजेंट ने स्वीकार किया कि 'स्टॉक ही नहीं है।’
अब न फोन है, न पैसे लौटे हैं। Flipkart ने मुझे झूठे वादों से उलझा कर रख दिया है। ये एक कॉर्पोरेट फ्रॉड जैसा महसूस हो रहा है।”
ऐसे हज़ारों ग्राहक हैं जिन्होंने ट्विटर, Reddit और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इसी तरह के अनुभव साझा किए हैं।
कंपनी का रवैया: जवाब नहीं, बहाने बहुत
अब तक Flipkart की ओर से इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक माफ़ी या बयान नहीं आया है। न ही यह स्पष्ट किया गया है कि जब स्टॉक नहीं था, तो ऑर्डर क्यों लिए गए? क्यों पैसे वसूलने के बाद हफ्तों तक न डिलीवरी दी गई, न रिफंड?
क्या यह सिर्फ कुप्रबंधन है?
या फिर एक सुनियोजित तरकीब जिससे अरबों रुपये ग्राहकों से वसूलकर कंपनी अपने बही-खाते सुधार रही है?
'Cash Float Scam': पैसे घुमा कर मुनाफ़ा?
जब ग्राहक ऑर्डर प्लेस करते हैं और कंपनी पेमेंट लेती है लेकिन डिलीवरी नहीं करती, तो वह पैसा कंपनी के पास फ्री में कई दिनों तक रहता है। इसे ही फाइनेंस में "Cash Float" कहा जाता है।
Flipkart ने हजारों लोगों से ₹40,000 से ₹90,000 तक की रकम वसूलकर, उन्हें फोन न देकर बिना ब्याज के पैसा घुमा लिया।
अगर एक लाख लोगों ने भी ऐसा ऑर्डर किया, तो यह सीधे तौर पर ₹500 करोड़ से ज़्यादा का नकद घुमाने जैसा है — वो भी बिना किसी डिलीवरी या जवाबदेही के।
सोशल मीडिया पर आक्रोश: #FlipkartScam ट्रेंड में
हज़ारों यूज़र्स Flipkart के खिलाफ #FlipkartScam, #GOATFraud और #iPhoneLoot जैसे हैशटैग के साथ अपने अनुभव साझा कर रहे हैं। कुछ ग्राहकों ने Flipkart को लीगल नोटिस भेजने की भी बात कही है।
Flipkart की चुप्पी: क्या छिपाया जा रहा है?
अब तक Flipkart ने इस पूरे विवाद पर कोई प्रेस रिलीज़ जारी नहीं की है। ग्राहकों को केवल बॉट आधारित जवाब या आधे-अधूरे ईमेल मिल रहे हैं। ऐसे में यह सवाल उठना लाज़मी है —
क्या Flipkart खुद जानती थी कि स्टॉक नहीं है, फिर भी ऑर्डर क्यों लिए गए?
कानूनी विकल्प क्या हैं?
अगर आप भी इस स्कैम का शिकार हुए हैं, तो तुरंत नीचे दिए प्लेटफॉर्म्स पर शिकायत दर्ज करें:
- https://consumerhelpline.gov.in
- ई-दाखिल (e-daakhil.nic.in) उपभोक्ता अदालत पोर्टल
- ट्विटर पर @consaff और @GoI_MeitY टैग करें
- Flipkart को लीगल नोटिस भेजें
निष्कर्ष: Flipkart का GOAT Sale — भारत का अगला बड़ा ऑनलाइन घोटाला?
Flipkart ने इस देश के ऑनलाइन खरीददारों के भरोसे को गहरा नुकसान पहुंचाया है। लाखों ग्राहक जिन्होंने ईमानदारी से भुगतान किया, उन्हें न सिर्फ प्रोडक्ट नहीं मिला बल्कि मानसिक तनाव, समय की बर्बादी और पैसों की अनिश्चितता का भी सामना करना पड़ा।
इस मामले में सरकार और उपभोक्ता मंत्रालय को त्वरित हस्तक्षेप करना चाहिए।
यह केवल एक ग्राहक सेवा की विफलता नहीं, बल्कि कॉर्पोरेट जवाबदेही और नैतिकता का गंभीर उल्लंघन है।
क्या आपने भी Flipkart की GOAT Sale में ऑर्डर दिया था और अभी तक कुछ नहीं मिला? नीचे कमेंट करें या consumerhelpline.gov.in पर अपनी शिकायत दर्ज करें।