G20: इंडोनेशिया के साथ तुलना पर जयशंकर ने दिया बयान, कहा 'बाली-बाली था, दिल्ली-दिल्ली है...
G20: भारत की अध्यक्षता में दिल्ली में G-20 शिखर सम्मेलन चल रहा है, इसमें शामिल होने के लिए सभी देशों के राष्ट्राध्यक्ष पहुँचे हैं, हालाँकि रूसी राष्ट्रपति पुतिन और चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग इस सम्मेलन में नहीं आए हैं, आपको बता दें कि उनकी जगह रूस की ओर से विदेश मंत्री संग गई लावरोव और चीनी प्रीमियर लीग की यांग आयी है, वहीं जी ट्वेंटी समिट से पहले ही दिन घोषणापत्र में मुद्दों पर नेताओं की आम सहमति बनी गई है, जिसमें रूस यूक्रेन युद्ध का मुद्दा भी शामिल किया गया है, आपको बता दें कि सम्मेलन के पहले दिन यानी शनिवार को पन्नों का दस्तावेज़ जारी किया गया जिसमें यूक्रेन युद्ध जैसा प्रमुख मुद्दा भी शामिल था, इसको लेकर अप्लाई गई भाषा वाली शिखर सम्मेलन से हालाँकि दरअसल बाली सम्मेलन में यूक्रेन में रूस से युद्ध की कड़ी निंदा भी की गई थी।
एक साल में कई चीजें में होंगे बदलाव
भारत, ब्राज़ील, दक्षिण अफ़्रीका और इंडोनेशिया के साथ मिलकर G20 देशों के बीच आम सहमति बनाने में कामयाब रहा। इन देशों ने सर्वसम्मति पाठ का मसौदा तैयार करने में भी मदद की जिसे हर देश ने स्वीकार किया। पिछले साल बाली में हुए शिखर सम्मेलन और नई दिल्ली में हुए शिखर सम्मेलन के बीच तुलना करने पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दो टूक जवाब दिया.प्रेस ब्रीफिंग के दौरान जयशंकर ने कहा कि बाली बाली है और नई दिल्ली नई दिल्ली है. बाली में आयोजित शिखर सम्मेलन को एक वर्ष बीत चुका है। तब हालात अलग थे. पिछले एक साल में बहुत सी चीजें हुईं. उन्होंने कहा कि अगर हम भूराजनीतिक खंड को देखें तो कुल आठ पैराग्राफ हैं. इनमें से सात यूक्रेन पर केंद्रित हैं।
भारत की अध्यक्षता में अफ़्रीकी संघ को G-20 की स्थायी सदस्यता प्रदान की गई।
जी-20 पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बयान में कहा कि यह हमारे लिए संतोष की बात है कि आज अफ्रीकी संघ को भारत की अध्यक्षता में जी-20 की स्थायी सदस्यता दी गई. हमारे राष्ट्रपति पद का संदेश 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' है। भारत की अध्यक्षता में आयोजित जी-20 में 20 सदस्य देशों, नौ आमंत्रित देशों और 14 अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने हिस्सा लिया.