Gaganyaan Mission Launch: गगनयान मिशन का क्रू मॉड्यूल लॉन्च, अंतरिक्ष में इतिहास रचने की तरफ भारत
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Gaganyaan Mission Launch: Gaganyaan Mission Launch: इसरो ने गगनयान मिशन की पहली टेस्ट फ्लाइट लॉन्च कर इतिहास रच दिया है. इसरो ने रविवार सुबह 10 बजे श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से गगनयान के क्रू मॉड्यूल को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। इसे टेस्ट व्हीकल अबॉर्ट मिशन-1 (Test Vehicle Abort Mission -1) और टेस्ट व्हीकल डेवलपमेंट फ्लाइंट (TV-D1) भी कहा जा रहा है। इसरो चीफ एस सोमनाथ ने कहा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि टीवी-डीवी 1 (क्रू मॉड्यूल) मिशन का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया गया है उन्होंने इस सफलता के इसरो की पूरी टीम को बधाई दी
India launches its first Test Flight of Human Space Mission!🇮🇳🚀@isro launches #Gaganyaan's first test flight (TV-D1) today from the launch pad at SDSC-SHAR, Sriharikota.#GaganyaanMission #ISRO #ISROGaganyaanMission @PMOIndia @IndiaDST @DrJitendraSingh @ianuragthakur… pic.twitter.com/XoZdwFZ7pH
— Ministry of Information and Broadcasting (@MIB_India) October 21, 2023
मॉड्यूल के अंदर होगी खाने-पीने-सोने की सुविधा
गगनयान के क्रू मॉड्यूलके अंदर भारतीय अंतरिक्ष यात्री यानी गगननॉट्स बैठकर धरती के चारों तरफ 400 किलोमीटर की ऊंचाई वाली निचली कक्षा में चक्कर लगाएंगे। क्रू मॉड्यूल डबल दीवार वाला अत्याधुनिक केबिन है, जिसमें कई प्रकार के नेविगेशन सिस्टम, हेल्थ सिस्टम, फूड हीटर, फूड स्टोरेज, टॉयलेट आदि होंगे। क्रू मॉड्यूल का अंदर का हिस्सा लाइफ सपोर्ट सिस्टम से युक्त होगा। यह उच्च और निम्न तापमान को बर्दाश्त करेगा। वहीं अंतरिक्ष के रेडिएशन से गगननॉट्स को बचाएगा। वायुमंडल में प्रवेश करने से पहले मॉड्यूल अपनी धुरी पर खुद ही घूम जाएगा
#WATCH | Gaganyaan Mission | Sriharikota, Andhra Pradesh: School students gather at the viewing gallery as ISRO is set to launch its first test flight (TV-D1 Flight Test) today from the First launch pad at SDSC-SHAR, Sriharikota pic.twitter.com/iTLo6MBRcC
— ANI (@ANI) October 21, 2023
उड़ान के दौरान नेविगेशन, टेलिमेट्री आदि की होगी जांच
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के अनुसार, अगले साल एक और टेस्ट फ्लाइट होगी, जिसमें ह्यूमेनॉयड रोबोट व्योममित्र को भेजा जाएगा। 21 अक्टूबर की उड़ान के दौरान नेविगेशन, सिक्वेंसिंग, टेलिमेट्री, ऊर्जा आदि की जांच की जाएगी। क्रू मॉड्यूल को अबॉर्ट मिशन पूरा करने के बाद बंगाल की खाड़ी से भारतीय नौसेना की टीम रिकवर करेगी। 'अबॉर्ट टेस्ट का मतलब होता है कि अगर कोई दिक्कत हो तो एस्ट्रोनॉट के साथ ये मॉड्यूल उन्हें सुरक्षित नीचे ले आए।