Ghaziabad: दीपावली के बाद प्रदूषण का कहर, प्रदूषण स्तर 300 के पार

Ghaziabad: दिल्ली-एनसीआर समेत गाजियाबाद में दीपावली के दौरान लोगों ने जमकर आतिशबाजी की, जिससे प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति तक पहुंच गया है। दीपावली से पहले सरकार और प्रदूषण विभाग ने आतिशबाजी पर रोकथाम के लिए गाइडलाइंस जारी की थीं और ग्रेप (ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान) की स्थिति को लागू किया गया था। इसके बावजूद लोगों ने बड़ी मात्रा में पटाखे जलाए, जिससे प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है।
गाजियाबाद में प्रदूषण स्तर 300 के पार, बढ़ रही स्वास्थ्य समस्याएं
गाजियाबाद के विभिन्न प्रदूषण मॉनिटरिंग स्टेशनों पर प्रदूषण का स्तर 300 से अधिक मापा गया है। वसुंधरा इलाके में यह 262 तक पहुंच चुका है। पीएम (पार्टिकुलेट मैटर) के खतरनाक स्तर के कारण हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो गई है, जो सांस लेने में गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकती है। इससे न केवल अस्थमा और अन्य श्वसन संबंधी मरीजों के लिए परेशानी बढ़ रही है, बल्कि सामान्य लोग भी प्रभावित हो रहे हैं। गाजियाबाद के अस्पतालों में ओपीडी में मरीजों की संख्या में 30% का इजाफा देखा गया है, और आने वाले दिनों में मरीजों की संख्या और बढ़ सकती है।
आतिशबाजी से भरा कचरा बना सबूत
गाजियाबाद की सड़कों पर बिखरे आतिशबाजी के कचरे को देखकर प्रदूषण के गंभीर स्तर का अंदाजा लगाया जा सकता है। प्रदूषण नियंत्रण विभाग के अनुसार, यदि गाइडलाइंस का जमीनी स्तर पर पालन नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में यह स्थिति और भी गंभीर हो सकती है, जिससे एनसीआर क्षेत्र को गैस चैंबर जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।