कानपुर में बसने जा रहा है ‘ग्रेटर कानपुर’, 500 एकड़ में बनेगा आधुनिक शहर
उत्तर प्रदेश के औद्योगिक शहर कानपुर का स्वरूप जल्द ही पूरी तरह बदलने जा रहा है। ग्रेटर नोएडा की तर्ज पर अब ‘ग्रेटर कानपुर’ नाम से एक नया और योजनाबद्ध शहर विकसित किया जाएगा। कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) ने इस योजना की शुरुआत कर दी है और आउटर रिंग रोड के आसपास 500 एकड़ जमीन चिन्हित कर भूमि बैंक (लैंडबैंक) तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
अधिकारियों ने शुरू किया जमीन का सर्वे
केडीए के अधिकारियों की टीम हाल ही में फील्ड पर उतरी और आउटर रिंग रोड के आसपास के इलाकों का सर्वे किया। प्राथमिक चरण में लगभग 500 एकड़ भूमि की पहचान की गई है, जिसे लैंडबैंक में शामिल कर यहां आवासीय और व्यावसायिक भूखंड विकसित किए जाएंगे। इससे शहर के विस्तार को रफ्तार मिलेगी और प्राधिकरण की आय भी बढ़ेगी।
न्यू कानपुर सिटी और जवाहरपुरम जैसी योजनाओं को भी मिलेगी गति
पहले से प्रस्तावित न्यू कानपुर सिटी, उचटी और जवाहरपुरम में भी भूखंडों की योजना को अब नए आयाम दिए जा रहे हैं। आउटर रिंग रोड के किनारे विकसित हो रहे नए क्षेत्र से लोगों को वैकल्पिक आवास और व्यापार के अवसर मिल सकेंगे।
विजन 2051 के तहत ग्रेटर कानपुर की नींव
प्राधिकरण सचिव अभय पांडेय के अनुसार, यह पूरा प्रोजेक्ट विजन 2051 का हिस्सा है, जिसके अंतर्गत लगभग 5000 एकड़ में ‘ग्रेटर कानपुर’ विकसित किया जाएगा। इसमें भीमसेन और आसपास के कई गांव शामिल होंगे। यह योजना रोजगार, निवेश और आवास की दिशा में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी।
सस्ती दरों पर मिलेंगे प्लॉट, जल्द शुरू होगा आवंटन
केडीए का मकसद आम नागरिकों को किफायती दरों पर प्लॉट उपलब्ध कराना है। जैसे ही लैंडबैंक की प्रक्रिया पूरी होगी, भूखंडों का आवंटन शुरू कर दिया जाएगा। इससे कानपुर शहर को नई पहचान और नया विस्तार मिलेगा। इस योजना के ज़रिए कानपुर को एक स्मार्ट, सुव्यवस्थित और आधुनिक शहर के रूप में विकसित किया जाएगा।