ग्रेटर नोएडा में यातायात जाम की समस्या से निपटने के लिए एसपीए को मिली जिम्मेदारी

 
ग्रेटर नोएडा में यातायात जाम की समस्या से निपटने के लिए एसपीए को मिली जिम्मेदारी

ग्रेटर नोएडा: शहर में यातायात की बढ़ती समस्याओं से निपटने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। शहर के दो सबसे व्यस्त स्थानों, परी चौक गोलचक्कर और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में यातायात को व्यवस्थित करने के लिए स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए) को समाधान की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

एसपीए इस परियोजना के तहत विस्तृत अध्ययन करके लंबे समय के लिए यातायात की समस्याओं का समाधान प्रस्तावित करेगा। दरअसल, आने वाले महीनों में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ानों का संचालन शुरू हो जाएगा, जिससे परी चौक और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में वाहनों की आवाजाही और बढ़ने की संभावना है।

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व्यस्त स्थानों पर जाम की समस्या:

वर्तमान में परी चौक और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में सुबह और शाम के समय जाम की स्थिति बन जाती है। नॉलेज पार्क स्थित एक्सपो मार्ट में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के आयोजन होते हैं, जिसके कारण दिल्ली एनसीआर, आगरा, मथुरा, अलीगढ़ जैसे क्षेत्रों से भारी संख्या में वाहन पहुंचते हैं। माल ढुलाई के लिए भारी वाहनों की आवाजाही भी होती है, जिससे इन स्थानों पर जाम की समस्या और बढ़ जाती है।

सड़क चौड़ीकरण और वैकल्पिक मार्ग:

परी चौक के महत्व को देखते हुए इसे शहर के प्रवेश द्वार के रूप में माना जाता है, और यहां एक रैपिड रेल स्टेशन भी प्रस्तावित है। इस इलाके में वाहनों की संख्या और बढ़ने की संभावना है। इसी को ध्यान में रखते हुए एसपीए द्वारा सड़क का चौड़ीकरण, गोलचक्कर की डिजाइन, फुटओवर ब्रिज और वैकल्पिक मार्गों जैसे उपायों की योजना बनाई जाएगी।

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बढ़ती जनसंख्या:

वहीं, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में तेजी से बसावट हो रही है। अनुमान है कि अगले एक से दो वर्षों में यहां की आबादी 1.5 से 2 लाख तक बढ़ सकती है, जिससे वाहनों का दबाव भी बढ़ेगा। वर्तमान में भी यहां जाम की समस्या बनी रहती है। एसपीए इस क्षेत्र में फ्लाइओवर, अंडरपास और सड़कों के चौड़ीकरण जैसे विकल्पों का अध्ययन करेगी।

नई कनेक्टिविटी और यातायात व्यवस्था:

परी चौक के दबाव को कम करने के लिए एलजी गोलचक्कर से नॉलेज पार्क होते हुए नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे तक कनेक्टिविटी प्रदान की जाएगी। एक्सप्रेसवे पर सेक्टर 146 के पास सड़क जुड़ी जाएगी, जिससे वाहन परी चौक के बजाय सीधे एक्सप्रेसवे तक पहुंच सकेंगे।

प्राधिकरण का दृष्टिकोण:

ग्रेटर नोएडा ईस्ट और वेस्ट की बढ़ती जनसंख्या और एयरपोर्ट के संचालन के साथ यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करना अत्यंत आवश्यक है। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए) को शहर के यातायात का अध्ययन करने की जिम्मेदारी दी है, जो शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने में मदद करेगा।

एनजी रवि कुमार, सीईओ, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने कहा, "शहर की बढ़ती आबादी और एयरपोर्ट के संचालन को देखते हुए जाम की समस्या से निपटना बहुत जरूरी है। एसपीए की मदद से हम इस समस्या का स्थायी समाधान निकालेंगे।"

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