GST लागू हुए 8 साल: टैक्स वसूली ₹22.08 लाख करोड़ पहुंची, मासिक औसत ₹1.84 लाख करोड़

नई दिल्ली: भारत में वस्तु एवं सेवा कर (GST) लागू हुए अब 8 साल पूरे हो गए हैं, और इस दौरान टैक्स सिस्टम में आया बदलाव अब अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर डालता नजर आ रहा है। वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 2024-25 में कुल ₹22.08 लाख करोड़ की GST वसूली दर्ज की गई, जो अब तक का सबसे बड़ा कलेक्शन है।
यह आंकड़ा वित्त वर्ष 2020-21 के ₹11.37 लाख करोड़ से दोगुना है। मंत्रालय के अनुसार, इस दौरान सालाना 9.4% की वृद्धि हुई है और औसत मासिक कलेक्शन ₹1.84 लाख करोड़ पहुंच गया है, जो बीते वर्षों के मुकाबले बड़ा उछाल है।
GST से टैक्स आधार भी हुआ मजबूत
सरकार के मुताबिक, GST ने देश में टैक्सपेयर्स की संख्या में भी बड़ा इजाफा किया है।
जब 1 जुलाई 2017 को GST लागू हुआ था, तब 65 लाख टैक्सपेयर्स थे, जो अब 1.51 करोड़ से ज्यादा हो गए हैं। इससे संकेत मिलता है कि टैक्स सिस्टम अधिक पारदर्शी और सरल हुआ है, जिससे लोग स्वेच्छा से कर प्रणाली से जुड़ रहे हैं।
GST के 8 साल: कैसे बदली टैक्स व्यवस्था?
GST के तहत 17 पुराने टैक्स और 13 उपकरों को हटाकर 5 टैक्स स्लैब में लाया गया था। इसका लाभ यह हुआ कि देशभर में एक 統一 टैक्स सिस्टम लागू हुआ और व्यापारियों को कई टैक्स भरने से राहत मिली।
अप्रैल 2025 में GST से ₹2.37 लाख करोड़ की रिकॉर्ड वसूली हुई, जबकि मई में यह ₹2.01 लाख करोड़ रहा।
जून 2025 के आंकड़े जल्द जारी किए जाएंगे।
सरकार का मानना है कि GST ने भारत को एक डिजिटल, पारदर्शी और आधुनिक टैक्स प्रणाली की ओर अग्रसर किया है।