सद्गुरु के ध्यान से दिमाग होता है जवान, हार्वर्ड स्टडी में खुलासा

 
सद्गुरु के ध्यान से दिमाग होता है जवान, हार्वर्ड स्टडी में खुलासा

नई दिल्ली। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में हुई एक नई रिसर्च से यह चौंकाने वाला लेकिन सकारात्मक दावा सामने आया है कि सद्गुरु द्वारा विकसित ध्यान पद्धति (Meditation Program) दिमाग की उम्र को घटाने में सक्षम है। स्टडी में हिस्सा लेने वाले लोगों के ब्रेन EEG स्कैन (नींद के दौरान मापे गए) से यह पता चला कि ध्यान करने वालों का मस्तिष्क उनकी वास्तविक उम्र से औसतन 5.9 साल जवान दिखा।

क्या मिला रिसर्च में?

  • ध्यान करने वाले प्रतिभागियों का ब्रेन एज उनकी असली उम्र से लगभग 6 साल कम था।

  • उन्हें बेहतर और गहरी नींद आने लगी थी, जिससे दिमाग स्वस्थ बना रहता है।

  • उनकी याददाश्त तेज, सोचने की क्षमता बेहतर, और तनाव व अकेलापन कम हो गया था।

  • इससे यह संकेत मिलता है कि ध्यान ब्रेन एजिंग को धीमा या उल्टा कर सकता है, और अल्जाइमर व डिमेंशिया जैसी बीमारियों के खतरे को कम कर सकता है।

सद्गुरु के ध्यान से दिमाग होता है जवान, हार्वर्ड स्टडी में खुलासा

सद्गुरु ने क्या कहा?

“यह खुशी की बात है कि अब आधुनिक विज्ञान भी ध्यान जैसी आंतरिक विधाओं के प्रभाव को पहचानने और मापने लगा है।
जब हम अपने शरीर और मस्तिष्क को संतुलित और प्रफुल्लित रखते हैं, तो उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है।
हर व्यक्ति को अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में निवेश करना चाहिए – यह न केवल हमारे लिए, बल्कि हमारे समाज और आने वाली पीढ़ियों के लिए भी जरूरी है।”
सद्गुरु




ब्रेन हेल्थ के लिए ध्यान क्यों जरूरी है?

  • नींद की गुणवत्ता में सुधार

  • तनाव में कमी

  • भावनात्मक स्थिरता और सामाजिक जुड़ाव में वृद्धि

  • लंबे समय में न्यूरोडीजेनेरेटिव रोगों से सुरक्षा

सद्गुरु के ध्यान से दिमाग होता है जवान, हार्वर्ड स्टडी में खुलासा

इस स्टडी के महत्व पर विशेषज्ञ क्या कहते हैं?

  • ध्यान केवल धार्मिक या मानसिक शांति का अभ्यास नहीं, बल्कि वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित दिमागी स्वास्थ्य का टूल बन चुका है।

  • इस रिसर्च ने पहली बार मस्तिष्क की उम्र को नींद आधारित EEG के माध्यम से मापा, जो इस क्षेत्र में एक नई दिशा खोलता है।

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