हरियाणा: रोहतक में बीजेपी के पूर्व मंत्री को किसानो ने मंदिर में बनाया बंधक, माँगनी पड़ी माफी
एक साल से चले आ रहें किसान आंदोलन रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। केंद्र सरकार किसी भी हाल में बिल वापस नहीं लेना चाहती और किसान बिल वापस कराने की ठान कर बैठे है। लेकिन इसी भी एक ऐसी घटना सामने आयी है। जिससे आप लोग हैरत में पड़ जाएँगे, हरियाणा के रोहतक जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहां के एक मंदिर में पहुंचे बीजेपी नेताओं को किसानों ने कई घंटों तक बंधक बनाकर रखा।
इन नेताओं में पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर भी शामिल हैं। हालांकि बाद में जब पूर्व मंत्री ने किसानों से हाथ जोड़कर माफी मांगी, तब जाकर मामला सुलझा। ये बीजेपी नेता पीएम मोदी के केदारनाथ से लाइव टेलीकास्ट को देखने के लिए मंदिर में पहुंचे थे लेकिन यहां उनको आंदोलन कर रहे किसानों ने घेर लिया। किसानों का आरोप है कि पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने उनके खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया।
अब देखा जाए तो इस आंदोलन ने देश को कई चीजें दिखाई है। लाल किले पर हमला हुआ जहां से प्रधानमंत्री झंडा फहराते है उस जगह पर भारत का झंडा हटा कर एक धार्मिक झंडा लगाया गया। दिल्ली की सड़कों पर ट्रैक्टर पर सवार हो कर मौत का तांडव दिखाया गया। सुरक्षाबलों पर तलवार और डंड़ो से हमला हुआ। सिंघु बॉर्डर पर महिलाओं का रेप होने की खबरें सामने आई।
ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर ग़ाज़ियाबाद से दिल्ली जाने वालो को अब लंबा रास्ता चुनना पड़ता है। ये किसान बीते एक साल से ज्यादा समय से केंद्र सरकार के 3 विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। किसानों ने पूर्व मंत्री को उनके द्वारा दिए गए बयान पर माफी मांगने के लिए कहा था। इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस अलर्ट हो गई और फौरन जवानों को मौके पर भेजा।
जिन नेताओं को मंदिर में बंधक बनाया गया था, उसमें पार्टी के संगठन मंत्री रवींदर राजू, बीजेपी जिला प्रमुख अजय बंसल, मेयर मनमोहन गोयल और पार्टी नेता सतीश नांदाल भी थे। बता दें कि हरियाणा और पंजाब के किसान तीन कृषि कानूनों के विरोध में काफी समय से आंदोलन कर रहे हैं। इन किसानों का कहना है कि अगर ये कानून अमल में ला दिए गए तो कृषि का भी प्राइवटाइजेशन हो जाएगा।
वहीं सरकार का कहना है कि वह किसानों का हित देख रही है और वह उनके हिसाब से सारे काम करने को तैयार है। क्या था पूरा मामला: पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर शुक्रवार सुबह दस बजे के करीब रोहतक के गांव किलोई में पूजा करने पहुंचे थे। जिस किलोई के प्राचीन शिव मंदिर में वह गए थे, वहां केदारनाथ धाम में पहुंचे पीएम मोदी के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण हो रहा था। इसी दौरान जब किसानों को ये बात पता लगी कि बीजेपी नेता मंदिर में हैं, तो वे वहां आ गए और विरोध करने लगे। इस दौरान किसानों ने मंदिर में लगी टीवी के तार भी तोड़ दिए।
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