किस राज्य में शादी के लिए नहीं मिल रही ब्राह्मण दुल्हनें? 40 हजार दूल्हों की नजर बिहार पर
जात एक समूह को दूसरे समूह में जाने से रोकती है। इसका फायदा से ज्यादा नुकसान होता है। अभी देश में इसका सबसे ज्यादा नुकसान तमिलनाडु के ब्राह्मण समुदाय के लड़कों को हो रहा है।
जानकर हैरानी होगी तमिलनाडु में शादी के लिए लड़कियों की इसनी कमी है कि उन्हें इसके लिए अब बिहार-यूपी जैसे बड़े राज्यों का सहारा लेना पड़ रहा है।
दक्षिण भारत के राज्य तमिलनाडु में 40 हज़ार से अधिक युवा तमिल ब्राह्मणों को राज्य के भीतर अपने लिए दुल्हन ढूंढना मुश्किल पड़ रहा है।
दुल्हन में हो रहे कमी को देखते हुए अब जाति के नाम से बना हुआ संस्था। जिसमें तमिलनाडु स्थित ब्राह्मण संघ ने बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण दुल्हन की तलाश के लिए विशेष अभियान शुरू कर दिया है।
आंकड़े को ध्यान में रखा जाए तो तमिलनाडु में विवाह योग्य आयु वर्ग में 10 ब्राह्मण लड़के हैं तो इस आयु वर्ग में लड़कियों की संख्या केवल 6 है।
दुल्हनों की इस कदर कमी है कि तमिल तेलुगू ब्राह्मण विवाह या कन्नड़ भाषी भाषाओं और तमिल्मासी वासियों के बीच शादियों को देखना असामान्य नहीं था लेकिन अब उत्तर भारतीय और तमिल ब्राह्मणों के बीच परिवार की रजामंदी से विवाह होते देखा जा रहा है।