भारत की मॉक ड्रिल से बौखलाया पाकिस्तान, ISI मुख्यालय पहुंचे शहबाज शरीफ

भारत में 7 मई को होने वाली राष्ट्रीय सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल से पहले पाकिस्तान में हलचल तेज हो गई है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मंगलवार को राजधानी इस्लामाबाद स्थित ISI मुख्यालय का दौरा किया और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ एक हाई लेवल सुरक्षा बैठक की।
भारत की तैयारियों से बढ़ा दबाव
भारत की इस मॉक ड्रिल में पूरे देश के 244 जिलों को शामिल किया गया है। इसमें हवाई हमले जैसे हालात, ब्लैकआउट, नागरिकों की आपात निकासी और अन्य रक्षा अभ्यास किए जाएंगे। इसका मकसद युद्ध या आतंकी हमले जैसे संकट के समय सरकारी एजेंसियों और आम जनता की तैयारियों को परखना है।
ISI में शहबाज को मिली सुरक्षा ब्रीफिंग
PMO द्वारा जारी बयान के अनुसार, इस बैठक में उप प्रधानमंत्री इशाक डार, रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, और तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद थे। प्रधानमंत्री को भारत की "आक्रामक गतिविधियों" और सीमा पर तनाव की स्थिति को लेकर विस्तृत जानकारी दी गई।
ब्रीफिंग में पारंपरिक युद्ध, हाइब्रिड वॉरफेयर, और आतंकी नेटवर्क से निपटने की रणनीतियों पर भी चर्चा हुई।
ISI और सेना की तारीफ
शहबाज शरीफ ने ISI की तारीफ करते हुए कहा कि यह संस्था राष्ट्रीय हितों की रक्षा और जटिल सुरक्षा फैसलों में अहम भूमिका निभा रही है। उन्होंने पाकिस्तानी सेना को "दुनिया की सबसे पेशेवर और अनुशासित सेनाओं" में से एक बताया और कहा कि पूरा देश सेना के साथ खड़ा है।
भारत की ड्रिल और पाकिस्तान की बेचैनी
भारत की ओर से की जा रही तैयारियों के कारण पाकिस्तान में यह बैठक बेहद अहम मानी जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की मॉक ड्रिल पाकिस्तान को यह संकेत देती है कि भारत हर मोर्चे पर तैयार है — फिर चाहे वह पारंपरिक युद्ध हो या साइबर-हाइब्रिड युद्ध।