भारत-यूके फ्री ट्रेड डील: आपकी जेब पर क्या पड़ेगा असर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन यात्रा के दौरान भारत और यूनाइटेड किंगडम (यूके) के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को अंतिम मंजूरी दी गई। इस ऐतिहासिक डील का असर न केवल कंपनियों पर, बल्कि आम नागरिकों की जेब पर भी पड़ेगा। कई आयातित वस्तुएं सस्ती हो सकती हैं, तो कुछ उत्पाद महंगे होने की आशंका है।
क्या है फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA)?
फ्री ट्रेड एग्रीमेंट का मतलब होता है दो देशों के बीच आयात-निर्यात पर लगने वाले टैक्स को घटाना या पूरी तरह खत्म करना। इससे दोनों देशों के उत्पाद एक-दूसरे की बाजार में सस्ते दामों पर उपलब्ध होते हैं।
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भारत-यूके FTA के तहत, भारत से यूके जाने वाले 99% उत्पादों पर टैक्स नहीं लगेगा।
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वहीं भारत, यूके से आने वाले 90% सामानों पर टैक्स में छूट देगा।
सस्ती हो सकती हैं ये चीज़ें:
मोबाइल, लैपटॉप और इलेक्ट्रॉनिक्स:
टैक्स में कटौती से इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स होंगे सस्ते।
जूते, कपड़े और फैशन प्रोडक्ट्स:
इन पर जीरो या बहुत कम टैक्स लगेगा, जिससे कीमतें गिरेंगी।
ज्वेलरी और गहने:
यूके से आयातित गहनों की कीमतों में कमी आएगी।
लेदर प्रोडक्ट्स:
जैकेट, बैग और शूज़ जैसे उत्पाद किफायती होंगे।
दवाइयों की कीमतें:
FTA का असर दवाओं पर मिला-जुला होगा। कुछ दवाएं सस्ती हो सकती हैं जबकि कुछ महंगी, यह इस पर निर्भर करेगा कि किस दवा पर कितनी छूट मिलेगी।
ये चीज़ें हो सकती हैं महंगी:
हाई-एंड गाड़ियां और बाइक:
लग्जरी वाहनों पर टैक्स में कम छूट से कीमतें बढ़ सकती हैं।
मेटल और स्टील प्रोडक्ट्स:
यूके से आयातित हाई-क्वालिटी मेटल के कारण घरेलू बाजार में कीमतें बढ़ सकती हैं।
कृषि उत्पादों को नहीं मिली राहत:
धान और गेहूं जैसे कृषि उत्पाद इस डील में शामिल नहीं हैं ताकि देश के किसानों को नुकसान न हो।
रोजगार में इजाफे की उम्मीद:
यह समझौता भारतीय मैन्युफैक्चरिंग, टेक्सटाइल, ज्वेलरी और मरीन सेक्टर के लिए फायदेमंद हो सकता है। एक्सपोर्ट बढ़ने से नए रोजगार के अवसर भी बनेंगे।