IRCTC ने टिकट बुकिंग में धांधली रोकने के लिए AI तकनीक का किया इस्तेमाल I
नई दिल्ली | भारतीय रेलवे ने टिकट बुकिंग सिस्टम में हो रही धांधली को रोकने के लिए IRCTC प्लेटफॉर्म में बड़े बदलाव किए हैं। अब, अनधिकृत एजेंट्स द्वारा किए जा रहे फर्जी टिकट बुकिंग के प्रयासों पर रोक लगाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) आधारित तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा। इन बदलावों से आम यात्रियों के लिए टिकट बुकिंग की प्रक्रिया को अधिक सुविधाजनक और समान बनाने की उम्मीद है।
फर्जी यूजर्स का नेटवर्क ब्लॉक
अधिकारियों ने बताया कि IRCTC ने पिछले एक साल में 3.5 करोड़ फर्जी यूजर आईडी को ब्लॉक किया है, जिससे अब प्लेटफॉर्म पर भीड़भाड़ कम हो गई है। यह कदम सिस्टम की अखंडता और टिकट बुकिंग में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
कैसे होती थी धांधली?
अनधिकृत एजेंट्स डिस्पोजेबल ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर का उपयोग करके IRCTC प्लेटफॉर्म पर 30-30 प्रोफाइल्स बना लेते थे। इसके बाद, वे कई बार टिकट बुकिंग की कोशिश करते थे, जिससे असली यात्रियों के लिए टिकट बुकिंग के अवसर कम हो जाते थे।
IRCTC का AI और ML-आधारित समाधान
IRCTC ने AI और ML आधारित बॉट डिटेक्शन तकनीक का उपयोग शुरू किया है, जिससे धोखाधड़ी करने वाले प्रोफाइल्स को पहले ही निष्क्रिय कर दिया जाता है। इसके परिणामस्वरूप प्लेटफॉर्म पर नई यूजर आईडी बनाने की संख्या 60,000-65,000 से घटकर 10,000-12,000 रह गई है, जिससे सिस्टम का लोड कम हुआ है और टिकट बुकिंग की प्रक्रिया सुव्यवस्थित हुई है।
सिस्टम में सुधार
इस बदलाव के बाद, IRCTC प्लेटफॉर्म पर टिकट आरक्षण की प्रक्रिया अब अधिक प्रभावी और स्मूद हो गई है। अब हर यात्री को समान अवसर मिल रहे हैं, जिससे अनधिकृत एजेंट्स का फायदा उठाना लगभग नामुमकिन हो गया है।