Priyanka Gandhi: नेहरू की पोती की यूपी में मौजूदगी का मतलब
4 सितंबर 1999 को एनडीटीवी पर प्रियंका गांधी का एक इंटरव्यू ऑन एयर हुआ था। ये प्रियंका गांधी का एक छोटा सा ही सही लेकिन पहला इंटरव्यू था। ये बातचीत उस वक्त रिकॉर्ड की गई थी जब वो अपनी मां सोनिया गांधी के प्रचार के सिलसिले में अमेठी पहुंची थी। एक जगह एनडीटीवी की रिपोर्टर प्रियंका से पूछती है- 'आप अपनी मां के खिलाफ बीजेपी की कैंपेन, जिसमें वो उनके विदेशी मूल के होने को मुद्दा बना रहे हैं, उसे लेकर क्या सोचती हैं?'
इस पर जानते हैं प्रियंका गांधी ने क्या जवाब दिया था! उन्होंने कहा था- 'मुझे उन पर दया आती है। वास्तव में वो नहीं जानते कि वो इस देश से कितना प्यार करती हैं और वो यहां कैसा महसूस करती हैं।' इसके बाद रिपोर्टर के उनके राजनीति में आने के सवाल पर प्रियंका मुस्कुराते हुए जवाब देती हैं- 'इसके लिए आपको लंबा इंतजार करना पड़ेगा।' …लेकिन लगता है अब शायद वो लंबा इंतजार खत्म हो गया है।
आज बनारस में प्रियंका गांधी की ऐतिहासिक सभा हुई। लोग पूछ रहे हैं कि आप कैसे देखते हैं प्रियंका की यूपी में उपस्थिति को? 989 के बाद कांग्रेस की ऐसी कोई रैली याद नही है कि जिसमें इतने शार्ट नोटिस पर 1 लाख से ज्यादा लोग आए हो और कार्यकर्त्ताओं में इतना जोश औऱ उत्साह हो।
मोदी से पुछा सवाल:
प्रियंका गांधी जिस ढंग से यूपी में सक्रिय हुई हैं। उनके दौरे लोगों को प्रभावित कर रहे हैं। प्रियंका गांधी लगातार यही मैसेज दे रही हैं कि वो अपने लोगों के साथ खड़ी हैं। कुछ दिनों पहले प्रियंका गांधी ने कैद से ही सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती भी दी।
उन्होंने किसानों को जीप से कुचलने का वीडियो दिखाते हुए पूछा- 'आप आजादी का अमृत उत्सव मनाने लखनऊ आए हैं। आपने लखीमपुर खीरी का यह वीडियो देखा है, जिसमें आपकी सरकार के एक मंत्री के बेटे की गाड़ी के नीचे किसानों को कुचलते हुए दिखाया गया है।
मंत्री और उनका बेटा अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं हुए हैं? आप इस वीडियो को देखिए और देश को बताइए कि मंत्री को बर्खास्त क्यों नहीं किया गया? और मेरे जैसे विपक्षी नेताओं को बिना किसी FIR के हिरासत में क्यों रखा हुआ है?'