Jharkhand Election से लेकर वायनाड उपचुनाव तक, दांव पर हैं हेमंत सोरेन, प्रशांत किशोर और प्रियंका गांधी की राजनीतिक साख

 
हेमंत सोरेन, प्रशांत किशोर और प्रियंका गांधी

Jharkhand Election के पहले चरण में 43 सीटों पर मतदान हो रहा है, वहीं 11 राज्यों की 31 विधानसभा सीटों और रिक्त संसदीय सीटों पर भी उपचुनाव आयोजित किए जा रहे हैं। इस बार झारखंड चुनाव में हेमंत सोरेन की साख दांव पर है, जबकि बिहार उपचुनाव में प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी का डेब्यू हो रहा है। केरल की वायनाड सीट पर प्रियंका गांधी चुनावी मैदान में हैं, जहां से उनके भाई राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद सीट खाली हुई थी।

झारखंड में हेमंत सोरेन की प्रतिष्ठा दांव पर

झारखंड में जेएमएम का चेहरा हमेशा से शिबू सोरेन रहे हैं, लेकिन इस बार हेमंत सोरेन पूरी कमान संभाल रहे हैं। पार्टी के चुनाव अभियान और गठबंधन के फैसलों में हेमंत का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। यह चुनाव हेमंत के लिए न केवल अस्तित्व बल्कि प्रतिष्ठा का भी सवाल बन गया है, क्योंकि पार्टी के कुछ दिग्गज नेता भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो चुके हैं।

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बिहार में प्रशांत किशोर की पहली चुनावी परीक्षा

बिहार के चार विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज ने पहली बार चुनाव में उम्मीदवार उतारे हैं। प्रशांत किशोर ने बिहार की जातीय राजनीति में बदलाव लाने और रोजगार, पलायन जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया है। यह चुनाव पीके के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि अगर उनकी पार्टी सफल होती है, तो यह उनके 2025 के चुनावी अभियान की सफलता की बुनियाद रख सकता है।

वायनाड उपचुनाव से प्रियंका गांधी का चुनावी आगाज

प्रियंका गांधी के लिए वायनाड का उपचुनाव उनका पहला चुनावी मैदान होगा। राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद रिक्त हुई इस सीट पर कांग्रेस प्रियंका गांधी की बड़ी जीत के लिए पूरी ताकत लगा रही है। प्रियंका का यह चुनावी सफर कांग्रेस के दक्षिण भारत में मजबूती बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।

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