कानपुर देहात: बीजेपी नेता जितेंद्र सिंह गुड्डन ने पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी को भेजा लीगल नोटिस, माफी की मांग
कानपुर देहात: अकबरपुर नगर पंचायत के चेयरमैन पति और बीजेपी नेता जितेंद्र सिंह गुड्डन ने पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी को लीगल नोटिस भेजते हुए 15 दिनों के भीतर सार्वजनिक माफी की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर सार्वजनिक माफी नहीं दी गई तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी और एक रुपये की मानहानि का दावा भी किया जाएगा।
धरने के दौरान की गई टिप्पणी पर उठे विवाद
यह विवाद तब शुरू हुआ जब 24 जुलाई को पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी ने अपनी पत्नी और प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला के साथ अकबरपुर कोतवाली में धरना दिया था। इस दौरान उन्होंने जितेंद्र सिंह गुड्डन के खिलाफ सार्वजनिक टिप्पणी की थी, जिसे लेकर विवाद पैदा हो गया।
जितेंद्र सिंह गुड्डन का पलटवार
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए जितेंद्र सिंह गुड्डन ने कहा, “पूर्व सांसद की औकात सिर्फ 1 रुपये की है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व सांसद अधिकारियों पर अनुचित दबाव डालते हैं, जो लोकतांत्रिक मर्यादाओं के खिलाफ है।
भा.ज.पा. में दिखी आंतरिक फूट
इस घटनाक्रम ने कानपुर देहात बीजेपी संगठन में आंतरिक मतभेदों को उजागर कर दिया है। जहां एक ओर बीजेपी के वरिष्ठ नेता धरने पर बैठते हैं, वहीं दूसरी ओर पार्टी के ही एक अन्य पदाधिकारी उन पर लीगल एक्शन लेने की धमकी दे रहे हैं।
आने वाले चुनावों में हो सकती है चुनौती
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की लोकल लेवल की तनातनी आगामी चुनावों में पार्टी के लिए चुनौती बन सकती है। विरोधियों को इस स्थिति का राजनीतिक लाभ मिल सकता है।