कानपुर में गंगा नदी उफान पर, बैराज के 10 गेट खोले गए

 
कानपुर में गंगा नदी उफान पर, बैराज के 10 गेट खोले गए

कानपुर: उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश का असर अब उत्तर प्रदेश के मैदानों में साफ दिखने लगा है। कानपुर में गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और खतरे के निशान के करीब पहुंच चुका है। गंगा का जलस्तर फिलहाल 112.900 मीटर तक पहुंच चुका है, जो चेतावनी बिंदु 113 मीटर से बस थोड़ी ही दूरी पर है।

बैराज के 10 गेट खोले, बहाव हुआ तेज

स्थिति को देखते हुए सिंचाई विभाग ने गंगा बैराज के 30 में से 10 गेट खोल दिए हैं। इससे पानी का बहाव तेज हो गया है और शुक्लागंज की ओर इसका प्रभाव बढ़ने की आशंका है। आस-पास के गांवों को सतर्क रहने के लिए अलर्ट कर दिया गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से पहले तैयारी की जा सके।

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नरौरा से छोड़ा गया 1 लाख क्यूसेक पानी

जानकारी के अनुसार, नरौरा बैराज से एक लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है। इसका असर 4 जुलाई तक दिख सकता है और जलस्तर चेतावनी बिंदु पार कर सकता है। ऐसी स्थिति में अधिक गेट खोले जाने की संभावना जताई गई है।

बोटिंग पर 16 अक्टूबर तक रोक

गंगा बैराज स्थित बोट क्लब पर 15 जून से 15 अक्टूबर तक बोटिंग प्रतिबंधित रहती है। क्लब के सचिव नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि यह निर्णय वर्षाकाल के दौरान सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए लिया जाता है। 16 अक्टूबर के बाद बोटिंग फिर शुरू होगी।

पर्यटकों के लिए खुला है घूमने और खाने का विकल्प

हालांकि बोटिंग बंद है, लेकिन गंगा किनारे घूमने और रेस्टोरेंट में खाने की सुविधा चालू है। पर्यटक गंगा बैराज की खूबसूरती का लुत्फ उठा सकते हैं और मनपसंद व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं।

अक्टूबर के बाद बोटिंग में मिलेगा नया रोमांच

बोट क्लब का संचालन करने वाली जेटीएन फैसिलिटीज के निदेशक वीरेंद्र नेगी ने बताया कि 16 अक्टूबर के बाद बोटिंग में नई रोमांचक गतिविधियां शामिल की जाएंगी, जिससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

प्रशासन ने जारी की चेतावनी, लोगों से सतर्क रहने की अपील

प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि गंगा के पास अनावश्यक रूप से न जाएं, और बच्चों को जलधारा से दूर रखें। स्थिति को लेकर विशेष निगरानी रखी जा रही है और आवश्यकता पड़ने पर हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए जाएंगे।

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