कानपुर में जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान बवाल, दो मंडलों के बीच झड़प

कानपुर: भगवान जगन्नाथ की ऐतिहासिक रथ यात्रा के दूसरे दिन शहर में अचानक तनावपूर्ण हालात पैदा हो गए, जब दो वैश्य समुदायों—ओमर वैश्य मंडल और दोसर वैश्य नवयुवक मंडल—के बीच कहासुनी ने हिंसक रूप ले लिया। देखते ही देखते, दोनों पक्षों के युवकों के बीच बहस मारपीट में बदल गई।
हंगामे के दौरान यात्रा में उपयोग किए जाने वाले संगीत वाद्ययंत्र—ढोल, मंजीरे आदि—ही हथियार बना लिए गए और सड़कों पर खुलेआम इनसे एक-दूसरे पर हमला किया गया। इस भिड़ंत में महिलाओं समेत आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए।
महिलाओं से अभद्रता का आरोप
घटना तब हुई जब रथ यात्रा के दौरान दोनों मंडल आमने-सामने आए। आरोप है कि ओमर वैश्य मंडल की सवारी गुजरने के दौरान दोसर मंडल के कुछ लोगों ने महिलाओं से अभद्रता की। इसी बात को लेकर विवाद बढ़ गया और बात हाथापाई तक जा पहुंची।
वायरल हो रहे वीडियो में दोनों पक्षों को हाथों में वाद्ययंत्र लेकर एक-दूसरे पर हमला करते हुए देखा जा सकता है।
कानपुर में जगन्नाथ यात्रा के दौरान बवाल दो गुटों में हुई भिड़ंत ।
— Harsh Yadav (@Harshyadav3251) June 28, 2025
जिसने भी माहौल बिगड़ने का काम किया है उसके ऊपर कारवाई की जाए #जगन्नाथयात्रा#कानपुर#kanpur @Uppolice @kanpurnagarpol pic.twitter.com/lXtGV9hfs5
पहले दिन भी हुआ था विवाद
गौरतलब है कि रथ यात्रा के पहले दिन भी पुलिस और मंदिर महंत के बीच साउंड सिस्टम को लेकर टकराव हुआ था, जिसके चलते संबंधित थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया था। अब दूसरे दिन हुई इस हिंसा ने शहर के माहौल को फिर से तनावपूर्ण बना दिया है।
प्रशासन का बयान
एसीपी अभिषेक पांडे ने मीडिया को बताया, "फिलहाल हमारी प्राथमिकता रथ यात्रा की शांति बनाए रखना है। घटना की पूरी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है, लेकिन शिकायत मिलते ही जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"
ऐतिहासिक यात्रा में पहली बार ऐसा बवाल
कानपुर में भगवान जगन्नाथ की यह रथ यात्रा सैकड़ों वर्षों से आयोजित होती आ रही है और इसमें भारी जनसमूह शामिल होता है। यह आयोजन आमतौर पर उल्लास और भक्ति का प्रतीक माना जाता है, लेकिन इस बार की हिंसक झड़प ने धार्मिक उत्सव की गरिमा को ठेस पहुंचाई है।