कानपुर बनेगा हाईराइज सिटी: न्यू बिल्डिंग बायलॉज 2025 लागू, मेट्रो शहरों की तर्ज पर होगा विकास
कानपुर: उत्तर प्रदेश की औद्योगिक नगरी अब मेट्रो शहरों जैसी दिखेगी। नोएडा, गुरुग्राम और मुंबई जैसे शहरों की तर्ज पर कानपुर में भी ऊंची इमारतें (हाईराइज बिल्डिंग्स) बनने का रास्ता खुल गया है। कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) ने न्यू बिल्डिंग बायलॉज 2025 लागू कर दिया है, जिससे शहर का स्वरूप पूरी तरह बदलने वाला है।
हाईराइज बिल्डिंग के लिए अनलिमिटेड एफएआर की सुविधा
नए बिल्डिंग बायलॉज के तहत अब 45 मीटर या उससे अधिक चौड़ी सड़कों पर भवन मालिक फ्लोर एरिया रेश्यो (FAR) खरीद सकेंगे। यानी, जितनी जगह वे चाहें, उतनी मंजिलें बनाने के लिए एफएआर परचेज कर सकेंगे। केडीए सचिव अभय पांडेय ने बताया कि यह पहली बार है जब अनलिमिटेड एफएआर परचेज की अनुमति दी गई है।
इससे सिविल लाइंस, स्वरूप नगर, आर्य नगर, किदवई नगर और कल्याणपुर जैसे इलाकों में आधुनिक हाईराइज बिल्डिंग्स का निर्माण संभव होगा। एफएआर से मिलने वाला राजस्व अवस्थापना निधि फंड में जमा किया जाएगा, जिसका उपयोग बुनियादी ढांचे के विकास में किया जाएगा।
छह प्रमुख सड़कों के चौड़ीकरण को सीएम योगी की मंजूरी
भाजपा सांसद रमेश अवस्थी के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छह प्रमुख सड़कों के चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण परियोजना को मंजूरी दे दी है। इससे ट्रैफिक जाम की समस्या में बड़ी राहत मिलेगी। इन परियोजनाओं पर कुल 80 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
प्रमुख सड़कें जिनका चौड़ीकरण होगा:
-
विजयनगर से पनकी पड़ाव तक – ₹35 करोड़
-
किदवई नगर बारादेवी से नंदलाल चौराहा तक – ₹20 करोड़
-
चावला मार्केट से परमपुरवा होते हुए जूही कलवा तक – ₹10 करोड़
-
घंटाघर से डिप्टी पड़ाव तक – ₹6 करोड़
-
विभिन्न प्रमुख चौराहों का सौंदर्यीकरण – ₹3 करोड़
-
श्याम नगर से हाईवे तक संपर्क मार्ग – ₹5 करोड़
शहर में मिक्स लैंड यूज़ का नया नियम
अब 24 मीटर चौड़ी सड़कों पर मिक्स लैंड यूज़ की अनुमति दी जाएगी। इसका अर्थ है कि लोग अपने भूखंड का उपयोग न केवल आवासीय, बल्कि व्यावसायिक गतिविधियों के लिए भी कर सकेंगे। यह प्रावधान कानपुर की रियल एस्टेट और व्यावसायिक गतिविधियों को नई गति देगा।
ट्रैफिक और विकास दोनों को राहत
सांसद रमेश अवस्थी ने कहा कि इन सड़कों के चौड़ीकरण से उत्तर-दक्षिण मार्ग पर रोजाना आने-जाने वाले एक लाख से अधिक लोगों को राहत मिलेगी। जाम की समस्या खत्म होगी और शहर की सुंदरता भी बढ़ेगी।