कानपुर में बारिश बनी आफत: पांडव नहर के किनारे बस्तियों में भरा पानी, बाढ़ जैसे हालात में पलायन को मजबूर लोग
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में लगातार हो रही मूसलधार बारिश अब लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही है। बीते 24 घंटों से जारी बारिश के चलते पांडु नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है, जिससे बर्रा 8 इलाके की बस्तियों में पानी घुस गया है। नतीजतन, इलाके में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं और स्थानीय लोग अपने घरों से पलायन को मजबूर हैं।
सबसे चिंताजनक बात यह है कि पांडव नहर के किनारे बसे इन इलाकों में हर साल पानी भरने की समस्या सामने आती है, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन की ओर से कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि बार-बार चेतावनी देने के बावजूद प्रशासन समय रहते कार्रवाई नहीं करता, और हालात बिगड़ने पर भी कोई मदद नहीं पहुंचाई जाती।
स्थानीय निवासी रामबाबू यादव ने बताया कि, “सुबह से पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है, मगर अभी तक न कोई अधिकारी आया है, न कोई राहत कार्य शुरू हुआ है। बच्चों और महिलाओं के साथ सुरक्षित स्थान पर जाना हमारी मजबूरी बन गई है।”
इलाके में जलभराव के कारण बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई है, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई है। बस्ती में रहने वाले बुजुर्ग और बीमार लोगों को बाहर निकालना मुश्किल हो रहा है। लोग खुद के साधनों से सामान समेटकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।
लोगों का गुस्सा और सवाल
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सवाल किया है कि आखिर हर साल इसी समय बाढ़ जैसे हालात बनने के बावजूद अब तक स्थायी जल निकासी की कोई व्यवस्था क्यों नहीं की गई? नहर किनारे रहने वाले लोग हर बार प्रशासन से राहत और बचाव की उम्मीद करते हैं, लेकिन उन्हें निराशा और उपेक्षा ही मिलती है।
प्रशासन की चुप्पी
अब तक नगर निगम या आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। न ही कोई राहत टीम मौके पर पहुंची है। ऐसे में बाढ़ प्रभावित लोग स्वयं अपने स्तर पर सुरक्षा की कोशिश कर रहे हैं।