Karnataka Assembly Election 2023: सोमण्णा के ताल ठोकने से बढ़ गया रोमांच! आसान नहीं सिद्धरामय्या की राह, बदले समीकरण

 
Karnataka Assembly Election 2023: सोमण्णा के ताल ठोकने से बढ़ गया रोमांच! आसान नहीं सिद्धरामय्या की राह, बदले समीकरण

Karnataka Assembly Election 2023: कर्नाटक में वरुणा सीट, से विधानसभा चुनाव लड़ रहे पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धरामय्या ने दावा किया था कि उन्हें अपने क्षेत्र में प्रचार की जरूरत नहीं पड़ेगी। लेकिन, सत्तारूढ़ भाजपा ने जब दिग्गज लिंगायत नेता और आवास मंत्री वी सोमण्णा को उनके खिलाफ उतारा तो सिद्धरामय्या को जीत की चिंता सताने लगी।

सिद्धरामय्या को मिल रही कड़ी टक्कर

भाजपा के सघन प्रचार अभियान के कारण सिद्धरामय्या को भी वरुणा में काफी समय देना पड़ रहा है। कांग्रेस में सीएम पद के दावेदार सिद्धरामय्या को मिल रही कड़ी टक्कर के कारण वरुणा पर पूरे प्रदेश की निगाह है। सिद्धरामय्या को पार्टी के भीतर से भी चुनौती मिल रही है। सीएम पद के लिए प्रदेशाध्यक्ष डीके शिवकुमार के साथ चल रही प्रतिद्वंद्विता के कारण अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। सिद्धरामय्या के लिए यहां मुश्किलें जरूर हैं, पर उन्हें अपने पारंपरिक मतदाताओं पर भरोसा है।

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चामुंडेश्वरी से वरुणा, हार गए पिछला चुनाव

वरुणा सीट के गठन से पहले सिद्धरामय्या चामुंडेश्वरी से 7 चुनाव लड़ चुके थे। वे पांच बार विजयी रहे, पर 1989 व 1999 में हार का सामना करना पड़ा। जद-एस छोड़कर कांग्रेस का दामन थामने के बाद चामुंडेश्वरी से उन्हें 2006 के उपचुनाव में 257 मतों के मामूली अंतर से जीत मिली थी। वरुणा सीट के गठन के बाद जब 2018 में वे चामुंडेश्वरी लौटे तो जद- एस के जीटी देवगौड़ा के हाथों 36000 से अधिक मतों से शिकस्त मिली। वे बादामी से चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचे।

भाजपा ने खेला सोमण्णा पर दांव

बादामी सीट से चुनाव नहीं लड़ने का फैसले के बाद सिद्धरामय्या कोलार से उतरना चाहते थे। वरुणा बेटे यतींद्र के लिए छोड़ना चाहते थे। हाईकमान कोलार से सिद्धरामय्या के चुनाव लड़ने पर सहमत नहीं हुआ। पिछले चुनाव में यतींद्र ने वरुणा में 58,816 मतों से जीत हासिल की थी और इस बार भी उम्मीद की जा रही थी कि सिद्धरामय्या के लिए मुश्किल नहीं होगी। लेकिन, लिंगायत समुदाय के बड़े नेताओं में से एक सोमण्णा के चुनावी मैदान में आने के बाद सियासी समीकरण बदल गया है।

10 मई को मतदान, 13 मई को मतगणना

विधानसभा चुनावों में नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 20 अप्रैल होगी। कर्नाटक में इस समय भाजपा की सरकार है, जिसके मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई है। कर्नाटक में 31 जिले है। कर्नाटक की आबादी लगभग 6.5 करोड़ है। यहां पर विधानसभा की 224 सीटें है, लोकसभा की 28 और राज्यसभा की 12 सीटें है। चुनाव आयोग के अनुसार कर्नाटक में कुल 5.21 करोड़ है जिनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 2.62 करोड़ और महिलाओं को 2.59 करोड़ है। इस चुनाव में पहली बार वोट डालने वाले मतदाताओं की संख्या 9.17 लाख है। 224 विधानसभा सीटों में से 36 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है, वहीं 15 सीटें अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित है।

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