Karnataka: मांड्या में दलितों के मंदिर प्रवेश पर हुआ विवाद, ग्रामीणों ने मूर्तियां रखी बाहर
Karnataka: मांड्या जिले के हनकेरे गांव में सदियों पुराने कालभैरवेश्वर स्वामी मंदिर में दलितों के दर्शन करने पर कुछ ग्रामीणों ने विरोध जताया और इसके चलते मुख्य मूर्तियों को मंदिर से बाहर रख दिया। ये मूर्तियां विशेष उत्सवों के दौरान गांव की परिक्रमा के लिए प्रयोग में लाई जाती हैं। ग्रामीणों का कहना था कि परंपराओं के तहत दलितों के लिए अलग मंदिर बनाया गया है, और मुख्य मंदिर में उनके प्रवेश का विरोध किया गया।
प्रशासन और पुलिस की मध्यस्थता से सुलझा मामला
रविवार को प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की बैठक के बाद सभी जातियों के लोगों को मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी गई। तहसीलदार बीरादार ने बताया कि प्रशासन की समझाइश के बाद ग्रामीण मान गए और मंदिर का दरवाजा फिर से सभी भक्तों के लिए खोल दिया गया। फिलहाल गांव में शांति बनाए रखने के लिए पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
पिछली घटनाओं से उठे सवाल
यह मामला कर्नाटक में दलितों के साथ धार्मिक असमानता का एक और उदाहरण है। 2022 में भी कर्नाटक के कोलार जिले के उलरहल्ली गांव में एक दलित बच्चे द्वारा देवता की मूर्ति छूने पर परिवार पर 60 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया था।