Kedarnath Dham में प्रशासन की लापरवाही, RTI से खुलासा, 49.18 टन अशोधित कचरा गड्ढों में डाला गया
Kedarnath Dham: एक आरटीआई से यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि केदारनाथ धाम में प्रशासन की लापरवाही के कारण 2022 से 2024 के बीच 49.18 टन अशोधित कचरा मंदिर के पास दो गड्ढों में डाला गया है। यह जानकारी सामने आने के बाद पर्यावरण प्रेमियों में चिंता बढ़ गई है।
बढ़ता कचरा और प्रशासन की निष्क्रियता
आरटीआई कार्यकर्ता अमित गुप्ता के अनुसार, इस कचरे की मात्रा लगातार बढ़ रही है। 2022 में 13.20 टन, 2023 में 18.48 टन और इस साल अब तक 17.50 टन कचरा उत्पन्न हुआ है। इसके अलावा, 23.30 टन अकार्बनिक कचरा भी डाला गया है। यह कचरा न तो रिसायकल किया गया है और न ही इसके निस्तारण के लिए कोई उचित व्यवस्था की गई है।
प्रधानमंत्री द्वारा उठाया गया कचरा प्रबंधन का मुद्दा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में भी इस मुद्दे को उठाया था, लेकिन प्रशासन ने इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। गड्ढे लगभग भर चुके हैं, और अगर यह स्थिति बनी रही तो 2013 जैसी कोई बड़ी त्रासदी हो सकती है।
इस मामले में कार्रवाई की मांग करते हुए आरटीआई कार्यकर्ता ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) और राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (NMCG) को भी शिकायत दर्ज कराई थी। Ganga Mission ने रुद्रप्रयाग प्रशासन को कचरा प्रबंधन की दिशा में कदम उठाने का निर्देश भी दिया था।