उत्तराखंड: अब कोटद्वार नहीं कण्व नगरी के नाम से जाना जाएगा गढ़वाल का प्रवेशद्वार, सीएम त्रिवेंद्र ने दी मंजूरी
पौड़ी गढ़वाल जिले के प्रवेशद्वार कोटद्वार का नाम अब कण्वनगरी के नाम से जाना जाएगा. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कोटद्वार नगर निगम का नाम महर्षि कण्व के नाम पर रखने को स्वीकृति प्रदान कर दी है. बतादे, उत्तर प्रदेश के नजीबाबाद से सटे उत्तराखंड के कोटद्वार का नाम महर्षि कण्व के नाम पर रखे जाने की लंबे समय से मांग की जा रही थी.
धार्मिक मान्यता है कि महर्षि कण्व की तपस्थली कण्वाश्रम कोटद्वार से करीब 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. इसलिए कोटद्वार की पहचान कण्व महर्षि के नाम पर भी है. इसी के आधार पर कोटद्वार का नाम बदलकर कण्व नगरी रखने की मांग हो रही थी.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की ओर से नए नाम पर सहमति दे दी गई है. माना जा रहा है कि नाम परिवर्तन से कोटद्वार को धार्मिक पर्यटन के रूप में पहचान मिल पाएगी.
पहले कलालघाटी का भी बदला गया नाम
पौड़ी गढ़वाल जिले के प्रवेश द्वार कोटद्वार स्थित कलालघाटी का भी नाम बदला गया है. उसे अब कण्वघाटी के नाम से जाना जाता है. कोटद्वार नगर निगम ने कलालघाटी का नाम बदलकर कण्वघाटी करने के शासन को प्रस्ताव भेजा था, जिसपर पिछले साल दिसंबर में मुहर लगाई गई थी.
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