Lakhimpur Kheri: 6 साल की देरी से भूमि मापने पर आईएएस और पीसीएस अधिकारियों का निलंबन

Lakhimpur Kheri: जिले में एक वरिष्ठ RSS नेता की जमीन के माप में छह साल की देरी के बाद एक आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा) अधिकारी और तीन पीसीएस (प्रांतीय सिविल सेवा) अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। इन अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने RSS कार्यकर्ता की जमीन मापने में अनावश्यक देरी की, जिससे यह मामला लंबित रहा।
भूमि विवाद का विवरण
यह भूमि माप मामले को लगभग छह वर्षों से टाला जा रहा था। इस अवधि में विभिन्न अधिकारियों की निष्क्रियता के कारण मामला अटका रहा। निलंबित किए गए अधिकारियों का जिम्मा था इस मुद्दे का समाधान करना, लेकिन वे इसे समय पर नहीं कर पाए। यह भूमि विवाद विश्वेश्वर दयाल नामक RSS कार्यकर्ता से जुड़ा है, जिन्होंने स्थानीय भूमि अधिकारी पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया और फिर भी मापने का काम न करने की शिकायत की थी।
अधिकारियों का निलंबन
#लखीमपुर
— Shariq Khan (@shariq_bstv) November 13, 2024
में तैनात रहे तीन एसडीएम अरुण सिंह विधेश कुमार और रेणु को शासन ने सस्पेंड कर दिया है।आरएसएस के वरिष्ठ कार्यकर्ता को 6साल टहलाने के बाद भी उनकी भूमि की पैमाइश 5हज़ार लेने के बाद भी नही की गई।जिसका विडियो भी वायरल हुआ था,विडियो सुने- pic.twitter.com/kQO5GZZIHp
उत्तर प्रदेश सरकार ने अब इस मामले में सख्त कदम उठाते हुए आईएएस अधिकारी धनश्याम सिंह को निलंबित कर दिया, जो लखनऊ मंडल के अपर आयुक्त थे। इसके अलावा, तीन पीसीएस अधिकारियों — बाराबंकी के एडीएम (वित्त एवं राजस्व) अरुण कुमार सिंह, झांसी के नगर मजिस्ट्रेट विधेश सिंह, और बुलंदशहर की एसडीएम रेनु को भी निलंबित किया गया है। इन अधिकारियों ने लखीमपुर खीरी में अपनी तैनाती के दौरान इस विवाद को सुलझाने में अनदेखी की थी।
राजनीतिक पहलू
यह मामला और अधिक गर्म हो गया जब विश्वेश्वर दयाल ने स्थानीय बीजेपी विधायक योगेश वर्मा के सामने अपने साथ हुए अन्याय का मामला उठाया। विधायक ने एसडीएम कार्यालय का दौ