लखीमपुर हिंसा: अब तक क्या हुआ है, जानिए पूरा घटनाक्रम

 
लखीमपुर हिंसा: अब तक क्या हुआ है, जानिए पूरा घटनाक्रम

यूपी के लखीमपुर ज़िला मुख्यालय से क़रीब 75 किलोमीट दूर नेपाल की सीमा से सटे तिकुनिया गाँव में हुई संयोजित हिंसा में अभी तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें चार किसान के अलावा और चार लोग शामिल हैं। इन चार अन्य लोगों की पहचान बीजेपी कार्यकर्ता और ड्राइवर के रूप में की गई हैं। इनके अलावा 12 से 15 लोग घायल भी हैं।

तिकुनिया में हुई हिंसा का घटनाक्रम समझिए?

उत्तर प्रदेश में अगले साल चुनाव है। इसको लेकर पूरे प्रदेश में माहौल गरमा गरम है। 3 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में वंदन गार्डन में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को सरकारी योजनाओं का शिलान्यास करना था।

इस कार्यक्रम के लिए पहले वो हेलीकॉप्टर से आने वाले थे, लेकिन शनिवार सुबह प्रोटोकॉल बदला और वो सड़क से लखीमपुर पहुंचे। इस बात की जानकारी होते ही संयुक्त किसान मोर्चा ने उपमुख्यमंत्री और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के विरोध और काफ़िले के घेराव की आवाज दी थी।

WhatsApp Group Join Now
लखीमपुर हिंसा: अब तक क्या हुआ है, जानिए पूरा घटनाक्रम
ANI

अजय मिश्र को केंद्रीय मंत्री बनाए जाने के सम्मान में तिकुनिया के प्राइमरी स्कूल में 2 अक्टूबर को हुए दंगल के विजेताओं का पुरस्कार समारोह था। इसीलिए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य उसके मुख्य अतिथि थे।

कुछ दिन पहले लखीमपुर के सम्पूर्णानगर के एक किसान सम्मेलन में मंत्री अजय मिश्र मंच से किसानों के खिलाफ विरोध करते नजर आए थे। उन्होंने काले झंडे दिखाने वाले किसानों को चेतावनी देते हुए कहा था, " मैं केवल मंत्री नहीं हूँ या सांसद विधायक नहीं हूँ। जो मेरे सांसद और विधायक बनाने से पहले मेरे विषय में जानते होंगे, उनको यह भी मालूम होगा कि मैं किसी चुनौती से भागता नहीं हूँ।"

"जिस दिन मैंने उस चुनौती को स्वीकार करके काम कर लिया, उस दिन पलिया नहीं, लखीमपुर तक छोड़ना पड़ जायेगा, यह याद रखना।"

https://twitter.com/RakeshTikaitBKU/status/1444752281933545474?s=19

आंदोलन के दिन किसान उप-मुख्यमंत्री के सरकारी काफ़िले का इंतज़ार कर रहे थे। तभी गाड़ियों ने किसानों को तेज़ी से भीड़ पर चला कर रोंधना शुरू कर दिया जिसमें चार किसान कुचल कर मर गए और लगभग एक दर्जन लोग घायल हो गए।

इस सारे मसले पर प्रदर्शन में शामिल पिंडर सिंह सिद्धू ने बताया, "सब माहौल ठीक था, क़रीब ढाई बजे केंद्रीय मंत्री का बेटा अजय मिश्र का बेटा कुछ गुंडों के साथ आया और जो किसान वहाँ अपने झंडे लेकर घूम रहे थे उन पर अपनी गाड़ी चढ़ा दी। उनके लड़के ने गोली भी चलाई।

पूरे इलाका को सरकार ने नजरबंद कर लिया है। कोई भी बड़े नेता जगह पर नहीं पहुंच पा रहे हैं। लखीमपुर जा रहीं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को सीतापुर में हिरासत में लिया गया है।वहीं, किसानों ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस करके प्रशासन से तीन मांगें की हैं।

https://youtu.be/Ff8bJ2__xmk

ये भी पढ़ें: कन्हैया का कांग्रेस में आने के बाद बिहार की राजनीति खामोश क्यों हो गई हैं?

Tags

Share this story