Crime News: भोपाल में नौकरी दिलाने के नाम पर युवक से की करोड़ों की ठगी, ऐसे दिया वारदात को अंजाम

Crime News:सायबर क्राइम ब्रांच ने नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले दिल्ली के कॉल सेंटर से नेपाल के 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों ने कोलार निवासी रंजीत सिंह को नौकरी दिलाने के नाम पर 1 करोड़ 35 लाख रुपए की ठगी की थी, जिसके बाद फरियादी रंजीत सिंह ने क्राइम ब्रांच में इस ठगी की शिकायत की थी। जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच में लिया।आरोपियों ने अभीतक 97 लोगों के साथकी धोखाधड़ीः क्राइम ब्रांच के अधिकारियों का कहना है कि आरोपी अभी तक 97 लोगों के साथ इस प्रकार की धोखाधड़ी कर चुके है। ये जॉब देने वाली कंपनी की वेबसाइट बनवाते थे, और उस वेवसाइट पर विजिट करने वाले लोगों का डाटा निकालकर उनको फर्जी नंबरों से कॉल करते थे । लोगों की जरूरत के हिसाब की नौकरी दिलवाने का प्रलोभन देते थे। जिस कारण लोग इन आरोपियों के जाल में फंस जाते थे। इसी प्रकार के प्रलोभन में भोपाल के रंजीत सिंह आ गए और आरोपियों ने उनके साथ 1 करोड़ 35 लाख रुपए की ठगी कर दी। क्राइम ब्रांच ने पुलिस आयुक्त, हरिनारायणाचारी मिश्र, एसीपी अनुराग शर्मा एवं डीसीपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी, एडीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान और एसीपी सायबर सुजीत तिवारी के दिशा-निर्देशन में सायबर क्राइम ब्रांच ने संयुक्त रूप से कार्रवाई कर आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया।
इस प्रकार से देते थे घटना को अंजाम
आरोपियों द्वारा अलग-अलग नाम से जॉब देने वाली कंपनियों के नाम की वेबसाइट बनाई जाती थी। जिसके बाद आरोपियों द्वारा उस वेबसाइट को विजिट करने वाले लोगों को डाटा निकाल कर लोगो कॉल करके उनकी जरूरत के हिसाब की नौकरी दिलवाने का प्रलोभन दिया जाता था । आरोपी अपनी वेबसाइट को इस प्रकार डिजाइन करते थे, जिसमें उस वेबसाइट मे ही पेमेंट गेटवे उपलब्ध होता है। जिसके कारण लोगों द्वारा उस वेबसाइट पर विश्वास कर लिया जाता था, और रुपयों की ठगी उसी पेमेंट गेटवे के द्वारा ही होती थी। जिसके बाद अलग-अलग चार्ज के नाम. पर लोगों से रुपए की मांग कि जाती थी। आरोपियों द्वारा अपनी पहचान छुपाने व पुलिस से बचने के लिये फर्जी नबरों से कॉल करते थे। एक नम्बर को 5 से 10 कॉल करने के बाद बंद कर दिया जाता था एवं वैबसाइट के पेमेंट गेटवे मे भी फर्जी दस्तावेज लगा कर गेटवे प्राप्त किया जाता था । आरोपीयो व्दारा फरियादी से बात करने के लिये मेल आईडी का उपयोग किया जाता था।
क्राइम ब्रांच की कार्रवाई
क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई कर साक्ष्यों एवं तकनीकी विश्लेषण के आधार पर प्राप्त साक्ष्यों के माध्यम से नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। जिनसे अपराध में उपयोग किए जाने वाले 4 मोबाइल इ फोन, 2 लेपटॉप को जब्त किया गया । आरोपियों की पहचान देवजीत दत्ता पिता सातकरी दत्ता उम्र 26 वर्ष निवासी - वर्धमान पश्चिम हॉल, पालम दिल्ली और दूसरे आरोपी की पहचान दिवाकर मिश्रा पिता कृष्णचन्द्र, उम्र- 34 वर्ष निवासी- जनकपुरी नेपाल हॉल-दशरथ पुरी दिल्ली कॉल सेंटर के रूप में हुई है।