मध्यप्रदेश के इस शहर में रुद्राक्ष महोत्सव में जुटे 2 लाख लोग, भगदड़ जैसे हालात, कई लोगों की बिगड़ी तबीयत

 
मध्यप्रदेश के इस शहर में रुद्राक्ष महोत्सव में जुटे 2 लाख लोग, भगदड़ जैसे हालात, कई लोगों की बिगड़ी तबीयत

MahaShivratri 2023:  सीहोर जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा के सान्निध्य में रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन किया गया। साथ ही सात दिवसीय भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। रुद्राक्ष महोत्सव में करीब 3 लाख से अधिक श्रद्धालु देशभर से पहुंचे। प्रशासन को सूचित करने के बाद भी ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर कोई इंतजाम नहीं किए गए। नतीजतन लोग जाम में फंसकर परेशान होते रहे। रुद्राक्ष के लिए एक से डेढ़ किलोमीटर लंबी कतार लगी थी। बुधवार को इस कतार में 2 लाख से ज्यादा लोग लगे हुए थे। वहीं गुरुवार दोपहर तक करीब 10 लाख लोग सीहोर पहुंच चुके हैं। भीड़ को रोकने के लिए बांस और बल्लियों से बने बैरिकेड सैलाब बनी इस भीड़ को रोक नहीं पाए। दैनिक भास्कर की टीम की मौजूदगी में कई बार भगदड़ जैसे हालात बने। जब-जब कतार आगे बढ़ी महिलाएं और बुजुर्ग भगदड़ में बाहर हो जाते।

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2 लाख से ज्यादा लोग जुटे

2 लाख से ज्यादा लोगों के जुटने पर प्रशासन की सांस फूल गई। उसने रुद्राक्ष बांटने वाली समिति से कहा कि एक दिन पहले रुद्राक्ष बांटना शुरू किया तब जाकर भीड़ संभाली जा सकती है। रुद्राक्ष का वितरण तय समय से एक दिन पहले शुरू भी हुआ, लेकिन इतनी भीड़ को संभालने के लिए लगाई गई व्यवस्था नाकाफी दिखी। आयोजन समिति का कहना है कि 1500 से ज्यादा पुलिसकर्मी और 10 हजार से ज्यादा वॉलेंटियर्स व्यवस्था में लगे हुए हैं। असल बात तो ये थी कि ज्यादातर पुलिसवाले ट्रैफिक संभालने में ही लगे हुए थे। मंदिर प्रांगण में जहां रुद्राक्ष वितरण केंद्र के लिए कतार थी, वहां भीड़ को कंट्रोल करने और व्यवस्था बनाने के लिए न तो पुलिस नजर आई न ही वालेंटियर्स।

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सबसे पहले जानिए रुद्राक्ष ​​​​के लिए भीड़ क्यों ?

जो रुद्राक्ष बांटा जा रहा है, उसके बारे में श्रद्धालुओं को बताया जाता है कि रुद्राक्ष को पानी में डालना है और उस पानी को पी जाना है। ऐसा करने से उनकी हर समस्या दूर हो जाएगी। भले ही नक्षत्र खराब हो, बीमारी हो, भूत बाधा हो सब संकट का निवारण हो जाएगा। यही कारण है कि इस रुद्राक्ष को लेने के लिए लोगों की भीड़ जुटी है।

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