Manipur Violence: मणिपुर में 2 गैंगरेप और हत्या, 80 दिन बाद भी नहीं लगा शवों का सुराग
Manipur Violence: मणिपुर में महिलाओं पर हुई बर्बरता की है। जिस दिन की घटना का वायरल वीडियो सामने आने के बाद राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठने शुरू हो चुके थे । उसी दिन दो और लड़कियों से भी गैंगरेप हुआ था और उनकी हत्या भी कर दी गई थी। 80 दिन बीत चुके हैं लेकिन सबका अब तक कहीं भी पता नहीं चला। मणिपुर में 2 महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमाने के आरोप में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
मणिपुर में 2 और गैंगरेप फिर हत्या
4 मई को हुई पहली कांगपोकपी जिले में हुई थी। दूसरी वारदात इसी जिले के सिर्फ 40 किलोमीटर की दूरी पर हुई है। एफआईआर के अनुसार दोनों लड़कियों का रेप हुआ। उन्हें टॉर्चर किया गया और बाद में बेरहमी से हत्या कर दी गई। इस घटना में 100 से 200 लोगों के मौजूद होने का भी जिक्र किया जा रहा है। इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।जिनमें एक नाबालिक है घटना के दिन यानी 4 मई को दो और लड़कियों का भी गैंगरेप हुआ था। जिनकी उम्र 21 और 24 साल बताई जा रही है। इसी घटना कांगपोकपी जिले में हुई थी। मामले की शिकायत 16 मई को दर्ज करवाई गई पुलिस दोनों को अब तक बरामद नहीं कर पाई है।
3 मई से 28 जून तक 5 हजार 960 FIR दर्ज
राज्य में 3 मई से 28 जून तक 5 हजार 960 FIR दर्ज हुई। इनमें से 1 हजार 771 केस जीरो FIR के रूप में दर्ज हुए। आंकड़ों के एक तिहाई मामले महिला उत्पीड़न से जुड़े हुए थे। NCRB के आंकड़ों के अनुसार, मणिपुर में 2019 में 2,830, 2020 में 2,349 और 2021 में 2,484 FIR ही दर्ज हुई थीं। इस साल मई-जून में ही करीब 6 हजार मामले दर्ज हो गए।
मुख्यमंत्री ने घटना को अमानवीय करार
राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने घटना को अमानवीय करार दिया और कहा कि अपराधियों को मृत्युदंड मिलना चाहिए, मुख्यमंत्री उन्होंने कहा कि ये मानवता के प्रति अपराध है और उनकी सरकार इस जघन्य अपराध पर चुप नहीं रहेगी। घटना में शामिल अन्य अपराधियों को पकड़ने के लिए अधिकारियों को व्यापक स्तर पर तलाशी अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है। ने खुद माना है कि हिंसा के दौरान राज्य के विभिन्न थानों में हजारों FIR दर्ज हुई हैं। जीरो FIR दिल्ली, आइजोल और गुवाहाटी में भी दर्ज हो रही हैं।
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