Meerut: 'रक्षक बना भक्षक' सेना के जवान की लापरवाही से गयी, मासूम की जान
Meerut के छावनी क्षेत्र में तैनात सेना के लांस नायक के पड़ोसी सैनिक नायक नरेश कुमार की लापरवाही के कारण तीन वर्षीय बच्ची वर्तिका की मौत हो गई। नरेश कुमार बच्ची को बलेनो कार में बैठाकर शराब के ठेके पर पहुंचे और कार को लॉक कर शराब खरीदने चले गए। इस दौरान सेना पुलिस ने नरेश को पकड़ लिया और अपने साथ ले गई। नरेश ने यह नहीं बताया कि कार में बच्ची भी बंद है।
बच्ची को कार में छोड़कर चला गया शराब लेने
नरेश कुमार ने बच्ची को कार में बंद करके शराब खरीदने का निर्णय लिया, जो उसकी जानलेवा लापरवाही साबित हुई। सेना पुलिस द्वारा नरेश को पकड़े जाने के बाद भी उसने बच्ची के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। दोपहर तक बच्ची के पिता और परिवारजन उसकी तलाश में जुटे रहे। दोपहर दो बजे के करीब परिवार को कार शराब के ठेके के पास मिली। उन्होंने शीशा तोड़कर बच्ची को बाहर निकाला, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। बच्ची को निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बच्ची की मौत से परिवार में शोक की लहर
बच्ची के पिता, सोमवीर पूनिया, जो कि मेरठ छावनी में लांस नायक के पद पर तैनात हैं, ने नरेश कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि आरोपी नरेश कुमार हिमाचल प्रदेश के विलासपुर के निवासी हैं और सोमवीर पूनिया के पड़ोसी हैं। यह घटना कंकरखेड़ा की सैन्य कॉलोनी, राजेश एन्क्लेव में हुई।
इस घटना से पूरे क्षेत्र में शोक और गुस्से का माहौल है। बच्ची की जान बचाई जा सकती थी, अगर समय रहते नरेश कुमार ने बच्ची के बारे में सेना पुलिस या परिवार को सूचित कर दिया होता। लापरवाही और गैरजिम्मेदारी ने एक मासूम की जान ले ली।