देश के अस्पतालों में कोविड-19 को लेकर मॉक ड्रिल टेस्ट शुरू, जानें कैसी है स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत
देश में कोरोना से निपटने के लिए केंद्र सरकार और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है. वहीं आज यानि मंगलवार से अस्पतालों में मॉक ड्रिल टेस्ट शुरू हो चुका है, जिसमें यह जांच की जा रही है कि अस्पताल में हर बेड पर वो सारी चीजें उपलब्ध हैं जो कि एक मरीज को चाहिए होती हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में कोविड-19 पर आयोजित मॉक ड्रिल का निरीक्षण किया.
साथ ही मनसुख मंडाविया ने कहा कि 'आज देशभर के कई अस्पतालों में मॉक ड्रिल का आयोजन हुआ है, मैंने कोविड वार्ड निरीक्षण किया, जैसी व्यवस्था यहां है वैसी ही व्यवस्था बाकी के अस्पताल की है. आने वाले दिनों में कोरोना केस अगर बढ़े तो उसके लिए हम पूरी तरह से तैयार होने चाहिए'.
वहीं तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री एम.ए. सुब्रमण्यम ने कोविड मॉक ड्रिल की समीक्षा करने के लिए चेन्नई के राजीव गांधी सरकारी अस्पताल का दौरा किया. इसके अलावा असम के गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में कोविड से निपटने के लिए तैयारियों की समीक्षा के लिए मॉक ड्रिल आयोजित की गई. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में कोविड-19 पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया और प्रबंधन का निरीक्षण किया.
क्या होता है मॉक ड्रिल?
तेलंगाना के हैदराबाद में गांधी अस्पताल में कोविड को लेकर मॉक ड्रिल आयोजित किया गया. चिकित्सा शिक्षा निदेशक रमेश रेड्डी ने बताया है कि 'इस मॉक ड्रिल का मकसद ये जानना है कि हमारे पास जो भी व्यवस्थाएं है वो दुरुस्त है या नहीं, ये मॉक ड्रिल सभी अस्पतालों में किया जा रहा है'.