Monu Manesar: कौन है मोनू मानेसर? आखिर क्यों रखा 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में, जानिए पूरी जानकारी
Monu Manesar: भिवानी में नासिर और जुनैद को जिंदा जलाने वाला मोनू मानेसर आखिर कौन है? जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, आपको बता दे मानेसर गैंग ने गो स्क्री के आरोप में पहले नासिर और जुनैद का किडनैप किया। और फिर बोलेरो कर में उनका जला दिया था इस मामले में राजस्थान पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश कर रही थी इतना ही नहीं न्यू हिंसा में भी मानेसर का नाम सामने आया था, हिंसा भड़कने से पहले मोनू ने आपत्तिजनक टिप्पणी भी की थी जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था हालांकि गौर रक्षा से जुड़े कई गुटों से संबंध रखने वाले मोनू मानेसर ने बयान जारी करके कहा था, कि उसका इससे कोई लेना-देना नहीं है सोशल मीडिया पर अलग-अलग वीडियो शेयर कर दावे भी किए गए थे की घटना के वक्त वह अपने घर पर था खुद मा का कहना था कि जिस समय की यह घटना बताई जा रही है, उसे वक्त गुरुग्राम के एक होटल में वह था मोनू मानेसर पहले भी कई बार विवादों में आ चुका है।
कौन हैं मोनू मानेसर?
मानेसर निवासी मोनू का असली नाम मोहित है। लोग उन्हें मोनू मानेसर के नाम से जानते हैं. वह पिछले 10 से 12 साल से बजरंग दल से जुड़े हुए हैं. गौ रक्षा अभियान चलाने वाले कई संगठनों से जुड़े मोनू मानेसर गौ तस्करी के खिलाफ अभियान चलाने के लिए जाने जाते हैं. मोनू मानेसर खुद कैमरे पर कह चुके हैं कि इस काम में पुलिस उनका साथ देती है. अब यही आरोप लगाए जा रहे हैं कि गौ तस्करी रोकने के नाम पर 'गुंडागर्दी और अपराध' करने वाले मोनू मानेसर को भी पुलिस का संरक्षण मिल रहा है. मोनू मानेसर के कई ऑडियो और वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, इसके साथ एक ऑडियो में वह तस्करी करने पर जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं कई पंचायत के वीडियो भी सामने आए थे जिसमें वह आक्रमण भाषण दे रहे थे, इसके अलावा हथियारों के साथ घूमने हथियारों के साथ वीडियो बनाने और कई अन्य मामले भी सामने आए हैं हालांकि इस केस में नाम आने के बाद मा मन कर अंडरग्राउंड हो गया है।
मोनू विवादों के बादशाह हैं
जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मोनू मानेसर के खिलाफ गुरुग्राम पुलिस में मामला दर्ज किया गया है. मोनू ने गौ तस्करी के खिलाफ गांव-गांव में अपना नेटवर्क तैयार कर लिया है. यह नेटवर्क इतना मजबूत है कि इसे तुरंत खबर मिल जाती है. मोनू के खिलाफ हत्या के प्रयास, धमकी, लूट और मारपीट के कई मामले दर्ज हैं। सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो और तस्वीरें वायरल हैं जिनमें मोनू मानेसर को हथियारों के साथ देखा जा सकता है.गौ तस्करी रोकने के लिए गुरुग्राम पुलिस ने काउ टास्क फोर्स का गठन किया है. कहा जाता है कि गौ तस्करी की खबर पुलिस से पहले मोनू मानेसर तक पहुंच जाती है. कई बार मोनू पुलिस से पहले मानेसर पहुंच जाता है। बाद में जब पुलिस पहुंचती भी है तो वह मोनू मानेसर को ही 'सहयोग' करती है। गाय तस्करी के अलावा मोनू मानेसर के लव जिहाद और धर्म परिवर्तन को लेकर भी आक्रामक भाषण सोशल मीडिया पर वायरल है।
मोनू मानेसर ने अपने बचाव में क्या कहा?
आपको बता दे की लोहारू कांड में नाम आने के बाद मोनू मानेसर ने एक वीडियो जारी किया है, इस वीडियो में मोनू ने कहा है, 'मैं उन दोनों को नहीं जानता था. मुझे नहीं पता कि उसे क्या हुआ. दोषियों का पता लगाने के लिए हम खुद मामले की जांच कर रहे हैं।' इस मामले में जो दावे फैलाए जा रहे हैं वो बिल्कुल गलत हैं. हमें इसमें घसीटकर हमारी संस्था को बदनाम नहीं किया जाना चाहिए.' घटना के वक्त मैं गुरुग्राम के एक होटल में था, मेरे पास सीसीटीवी फुटेज भी है.