MP Assembly Election 2023: MP में चुनाव से दो महीने पहले तीन नए मंत्री बनाए गए, मुख्यमंत्री ने दिया ये बड़ा बयान

MP Assembly Election 2023: विधानसभा चुनाव से पहले शिवराज मंत्रिमंडल में 3 नए मंत्रियों को शामिल किया गया। तीनों को राज्यपाल मंगु भाई पटेल ने राजभवन में शपथ दिलाई। नए मंत्रियों में सबसे पहले महाकौशल से गौरीशंकर बिसेन, विंध्य से राजेंद्र शुक्ला और बुंदेलखंड से पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भतीजे राहुल लोधी ने शपथ ली।बिसेन और शुक्ला को कैबिनेट मंत्री, जबकि लोधी को राज्यमंत्री बनाया गया है। अब इसे लेकर सियासत जोरो पर हो रही है। कांग्रेस ने इसे जनता के साथ मजाक करार दिया है।
#WATCH | Bhopal | MLA from Balaghat constituency Gaurishankar Bisen, MLA from Rewa Rajendra Shukla & MLA from Khargapur Rahul Lodhi sworn in as ministers in the Madhya Pradesh cabinet in the presence of CM Shivraj Singh Chouhan & Governor Mangubhai Patel at the Raj Bhavan. pic.twitter.com/kWYaGG8dId
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) August 26, 2023
कैबिनेट में अब 33 मंत्री हो गए हैं 1 पद अब भी खाली
शिवराज कैबिनेट में अब 33 मंत्री हो गए हैं। 1 पद अब भी खाली है। इससे पहले मध्यप्रदेश कैबिनेट में 23 कैबिनेट मंत्री, 7 राज्य मंत्री थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया के BJP में आने के बाद गठित मंत्रिमंडल को लेकर पूर्व सीएम उमा भारती कई मर्तबा कह चुकी थीं कि मंत्रिमंडल में जातीय संतुलन नहीं है। उमा के इस बयान के पीछे की वजह यह थी कि मंत्रिमंडल में लोधी समाज का एक भी मंत्री नहीं था, जबकि पिछली भाजपा की सरकारों में कुसुम महदेले और जालम सिंह पटेल मंत्री थे। 2014 में बनी केंद्र में मोदी सरकार में पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती केंद्रीय कैबिनेट में शामिल थीं। विंध्य क्षेत्र में 2018 की विधानसभा चुनाव में अप्रत्याशित सफलता मिलने के बाद भी दमदार नेता राजेंद्र शुक्ला कैबिनेट में शामिल नहीं हो पाए थे। इस वजह से उनके समर्थकों में नाराजगी बढ़ रही थी। गौरीशंकर बिसेन महाकौशल में OBC का बड़ा चेहरा हैं और पार्टी के सीनियर लीडर भी हैं
कांग्रेस बोली- जनता के साथ मजाक हो रहा
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष और संगठन प्रभारी राजीव सिंह ने कहा- आश्चर्य है कि जब दो महीने बाद हम चुनाव में जा रहे हैं, तब जनता को लगातार प्रलोभन दिया जा रहा है। भाजपा ने पार्टी के वरिष्ठ लोगों को असम्मानित करने का सिलसिला शुरू किया है। लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी के बाद बिसेन जी, जो इतने वरिष्ठ नेता हैं, इस उम्र में उनको मंत्री बनाने का प्रलोभन दिया है। एक महीने के लिए मंत्री बनाकर क्या दे दिया?मंत्रिमंडल विस्तार पर पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा, 'ये मंत्रिमंडल नहीं, भ्रष्टाचार की मित्रमंडली का विस्तार है।' उन्होंने ट्वीट किया, 'जब कार्यकाल हो रहा है समाप्त और गिरने वाली है सरकार, तब मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल का हो रहा है विस्तार। विदाई के समय स्वागत गीत गाने वाली भाजपा सरकार अब विस्तार क्या, पूरा मंत्रिमंडल भी बदल दे तो भी हार निश्चित है।'