बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का अलग अंदाज, कभी लगाया चश्मा कभी किया सिर पर हाथ रख कर प्रमाण

Bageshwar Sarkar Katha: भोपाल शहर में बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की हनुमान कथा का समापन हो गया है। कथा के पहले शोभायात्रा निकाली गयी। यह शोभायात्रा शाम 7 बजे से अन्नानगर से शुरू हुई। जो करीब 20 किलोमीटर तक भोपाल शहर में घूमी। यात्रा में रथ पर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री सवार थे। उनके दर्शन के लिए हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ जमा थी। यह शोभायात्रा शहर के नरेला विधानसभा में घूमी, जिसका करीब 1500 स्थानों पर स्वागत किया गया।
27 और 28 सिंतंबर को करोंद में हुआ आयोजन
झीलों की नगरी भोपाल में 27 और 28 सिंतंबर को करोंद के पास स्थित पीपुल्स मॉल के पीछे 55 एकड़ एरिए वाले ग्राउंड में हनुमान कथा का आयोजन किया गया । कथा दोपहर 2 बजे से हुई। कथा के पहले पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का दिव्य दरबार लगा। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग इस कथा का आयोजन करवाया। अन्नानगर से शुरू हुई। जिसमें हजारों कि संख्या में वाहन शामिल थे, जो रथ के पीछे चल रहे थे। यात्रा के कारण एमपी नगर में करीब एक किलोमीटर तक लंबा जाम लग गया। यात्रा के गुजर जाने के बाद जाम समाप्त हुआ।
अलग अंदाज में नजर आए पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री
पं. धीरेंद्र शास्त्री का भोपालवासियों ने खूब अभिनंदर किया। कथा के लिए 1 लाख से अधिक की संख्या में आमंत्रण पत्र बांटे गए हैं। लाखों लोगों ने कथ सुनी। इस दौरान धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का अलग अंदाज नजर आया। कभी चश्मा लगाते नजर आए तो कही सिर पर हाथ रखकर प्रणाम करते दिखे।