रंगारंग कार्यक्रमों के साथ राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव का हुआ समापन
पश्चिम बंगाल, मुर्शिदाबाद- भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित 11वें राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव 2021 का मुर्शिदाबाद के काठगोला पैलेस में रंगारंग कार्यक्रमों के साथ समापन हो गया। समापन समारोह में भारी तादाद में लोगों ने शिरकत की और महोत्सव का आनंद उठाया। और महोत्सव अपनी सुनहरी यादें छोड़ गया।
रगारंग कार्यक्रमों की शुरूआत स्थानीय कलाकारों द्वारा मनमोहक प्रस्तुतियों के साथ हुई, जिन्होंने सबसे पहले बाऊल गान, जारी गान गाया, उसके बाद लाठी खेला, घोड़ानाच लोक नृत्य और राणापा नृत्य की पेश किए। उसके बाद विख्यात कलाकारों जिनमें रूद्राक्षया ने ओडिसी नृत्य पेश किया, फिर सिलसिला शुरू हुआ।
आदित्य सारस्वत की गज़लों का जिसमें दर्शक दिल थामकर गजलों में डूब गए। सोमलता एंड दा ऐसेस बैंड के मंच पर आते ही युवाओं में जैसे जोश भर गया और सब झूम उठे। उसके बाद आया वो पल जिसके जिसका सबको इंतजार था, समिध-उर्वी ऑर्केस्ट्रा के मंच पर आते ही सिर्फ युवा वर्ग ही नहीं सभी दर्शक थिरक उठे और जमकर ऑर्केस्ट्रा के साथ डांस किया।
और अंत सातों जोनल कल्चरल सेंटर्स ने नृत्य कलाओं की प्रस्तुति दी और 28 फरवरी की शाम 11वें राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव को मुर्शिदाबाद के लोगों के लिए यादगार बना दिया।आपको बता दें कि राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव संस्कृति मंत्रालय का प्रमुख आयोजन है और सातों जोनल कल्चरल सेंटर्स की सक्रिय भागीदारी के साथ 2015 से सफलतापूर्वक आयोजित किया जा रहा है।
यह महोत्सव भारत की जीवंत संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाने और एक-दूसरे से जोड़ रहा है। और खासकर युवा वर्ग को इससे नए अवसर मिले हैं। और विभिन्न संस्कृतियों, पंरपराओं को समझने जानने के मौके मिले हैं।
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