National Press Day: बिहार में जिंदा जला दिया गया पत्रकार को, प्रशासन चुप, क्यों?
अविनाश झा मधुबनी जिला के एक लोकल न्यूज़ पोर्टल से जुड़े थे, जिन्हें जिंदा जला दिया गया है। जलाने का इल्जाम स्थानीय अस्पताल माफिया पर है, जिनकी खबर इन्होने ब्रेक की थी। पारिवारिक स्थिति बहुत ही कमजोर हैं लड़के की, इमानदार इतना कि मर गया मगर झुका नही!
लोक शिकायत निवारण कानून के तहत पत्रकार अभि झा अविनाश की लगातार शिकायतों के चलते फरवरी 2021 में बेनीपट्टी और धकजरी के 19 जांच घर और नर्सिंग होम को बंद करने का सरकारी आदेश हुआ। इसी तरह दिसंबर 2019 में हुई जांच में 9 नर्सिंग होम और पैथलैब को बंद करने का आदेश हुआ। अगस्त 2021 में सिविल सर्जन ने 4 निजी नर्सिंग होम पर 50 हज़ार का जुर्माना भी लगाया था।
सीटू तिवारी जी लिखती हैं। जिस पत्रकार को नीतीश जी के इस महत्वाकांक्षी कानून( लोक शिकायत निवारण कानून) का ब्राण्ड अम्बेस्डर बनाया जाना चाहिये था, उसकी निर्मम हत्या हो गयी। शिकायत के बावजूद पुलिस उसकी सुरक्षा करने में विफल रही। बिहार भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले व्हिसिल ब्लोअरों की लगातार हत्या हो रही है। बिहार सरकार उनकी सुरक्षा कर नहीं पा रही। अब बड़े कदम उठाने की जरूरत है।
पत्रकार अविनाश हत्याकांड के अपडेट्स।
•बेनीपट्टी में आज विरोध प्रदर्शन हुआ और सर्वदलीय बैठक में सरकार के सामने मांग पत्र पेश किया गया। जिसे आप पहले पत्र में देख सकते हैं।
•दूसरा पत्र पुलिस द्वारा जारी बयान का है। इसमें छह लोगों की गिरफ्तारी बताई गयी है।
वहीं दूसरी तरफ त्रिपुरा कांड पर ग्राउंड रिपोर्टिंग करने वाली पत्रकार समृद्धि और Swarna Jha को त्रिपुरा पुलिस ने पंचवटी होटल( धर्मपुरा पुलिस स्टेशन) में डिटेन कर लिया था। वे वहाँ पर त्रिपुरा हिंसा के बारे में ग्राउंड रिपोर्ट कर रहीं थीं। पुलिस कल से उनके होटल पर पहुँची हुई है। कृपया त्रिपुरा से जुड़े लोगों से इस मामले में मदद के लिए कहिए।