नेहरू मिथक और सत्य: पंडित नेहरू ने सुभाष चंद्र बोस की जासूसी कराई?
देश के पहले प्रधानमंत्री और महात्मा गांधी के मुंह बोले वारिस जवाहरलाल नेहरू के बारे में बहुत फेक न्यूज़ वायरल हो रहा है। शायद इसलिए चंद दिनों पहले कांग्रेस ने फेसबुक पर इल्जाम लगाया था कि फेसबुक भारत में फेक न्यूज़ का व्यवसाय करता है।
इस घटना से परे आज हम आपको एक वायरल का सच बताएंगे। पंडित नेहरू के बारे में यह वायरल कर दिया गया है कि पंडित नेहरू ने सुभाष चंद्र बोस की जासूसी कराई?
वरिष्ठ पत्रकार Piyush Babele लिखते हैं कि, पंडित नेहरू और सुभाष चंद्र बोस सच्चे दोस्त थे। बोस की मृत्यु के बाद पंडित नेहरू और सरदार पटेल ने गोपनीय रूप से उनकी पत्नी और बेटी को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जो लंबे समय तक गुप्त रूप से जारी रही। इसी सहायता को आज जासूसी के नाम से प्रचारित किया जाता है।
नेहरू और सुभाष चंद्र बोस के बारे में यह भी वायरल किया जा रहा है कि पंडित नेहरू ने इंग्लैंड के प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था कि सुभाष चंद्र बोस को गिरफ्तार किया जाएगा?
जबकि यह पत्र पूरी तरह फर्जी है। इसमें ब्रिटेन की प्रधानमंत्री के नाम की स्पेलिंग तक गलत है। सच्चाई यह है कि पंडित नेहरू ने लाल किले में बंद आजाद हिंद फौज के सिपाहियों का मुकदमा एक वकील की हैसियत से लड़ा और सारे कमांडरों और सैनिकों की रिहाई कराई।