भारत में नहीं कोई विदेशी, 'सभी हिंदू पूर्वजों के वंशज'- संघ प्रमुख मोहन भगवत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कल एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में कोई विदेशी नहीं है. सभी हिंदू पूर्वजों के वंशज हैं. शक्तिशाली राष्ट्र, दुर्बल राष्ट्र पर शासन करने की कोशिश करते हैं. इसका उदाहरण देने की जरूरत नहीं है. सबको पता है. भागवत यहां कंस्टीटूशन क्लब में रविवार को आरएसएस के पूर्व प्रचारक रवि शंकर की 'ऐतिहासिक काल-गणना: एक भारतीय विवेचन' नामक पुस्तक का विमोचन करने आए थे.
अपने संबोधन में भागवत ने भारतीयों से इतिहास और परंपराओं को न भूलने की अपील की. उन्होंने कहा कि आक्रमणकारियों के आने से पहले ही हम अपनी समृद्ध और गौरवशाली परम्पराओं को भूलने लगे थे.
भारत को 'भारत' की नजर से समझना पडेगा
संघ (RSS) प्रमुख ने कहा कि आज हम अपनी भाषा और तर्कशाक्ति से सोच भी नहीं सकते हैं. हमें अब भारत को 'भारत' की नजर से समझना पडेगा. पहले लोग कहते थे कि इतने राजा होने के बाद भी देश एक एक राष्ट्र कैसे बन सकता है, लेकिन वह बना.
मोहन भागवत ने भारत में खेती-किसानी की प्राचीन समृद्ध परंपरा की चर्चा करते हुए बिहार के एक प्रगतिशील किसान परिवार का भी उदाहरण दिया. उन्होंने बताया कि उच्च शिक्षित परिवार उन्नतशील खेती करने में जुटा है. साथ ही मोहन भागवत ने देश में जैविक खेती की भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि हजारों सालों से हमारे देश में जैविक खेती का जो तरीका था, वह अब वापस आ रहा है. उन्होंने कहा कि हमारा किसान ही हमारा शास्त्र है.
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